जानिए, क्यों नहीं जीना चाहता है कन्हैया , राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु
ग्रेटर नोएडा। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण कन्हैया आज पूर्णत दिव्यांग हो चुका है। उसके परिवार के भरण पोषण के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं है। कई बार उत्तर प्रदेश सरकार से भी मदद मांगी लेकिन 2 वर्षों में आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला उसने राष्ट्रपति को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की मांग की है .
इसी सिलसिले में उसने जिलाधिकारी को पत्र सौंपा कन्हैया रबूपुरा के खेडा मोहम्मदाबाद का रहने वाला है उसने पत्र में लिखा है। 15 जून 2015 को उसके साथ 11000 बिजली के करंट से दुर्घटना हो गई थी जिसका इलाज शारदा अस्पताल में किया गया उसकी एक आंत डॉक्टर को निकालनी पड़ी जिससे वो विकलांग हो गया और जिसमें कन्हैया का बहुत रुपए खर्च हो गया जिससे वह बहुत बड़ा कर्जदार हो चुका है .
कन्हैया इलाज कराने की स्थिति में नहीं था लेकिन उसके परिवार जनों ने कर्जा लेकर उसका इलाज कराया उसके परिजन पिछले 2 सालों से सरकार से आर्थिक सहायता की मांग कर रही है एक सामाजिक संगठन ने भी दो बार अपने पत्र द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष से कन्हैया की मदद की मांग की है कन्हैया की पत्नी मंजू के अलावा चार बच्चे हैं सही मायनों में इस समय कन्हैया लोगों का कर्ज देने में असमर्थ है वह लोगों के तकआदो से परेशान हो चुका है इसी कारण कन्हैया ने राष्ट्रपति को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की मांग की है वह जीना नहीं चाहता।