फरार विदेशी में से तीन पकड़े गए , बाकियों की तलाश जारी
ग्रेटर नोएडा। बीती रात सूरजपुर स्थित पुलिस लाइन से रात कमरे की खिड़की तोड़कर फरार हुए अफ्रीकी मूल के 20 नागरिकों में से तीन को पुलिस ने धर दबोचा। बाकी आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गई हैं, जो संदिग्ध स्थानों पर दबिश दे रही हैं। मामले की जांच एसपी सिटी नोएडा को सौंपी गई है। विदेशी नागरिकों के पुलिस हिरासत से फरार होने पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। एसएसपी का कहना है कि जांच में जिसकी भी लापरवाही पाई जाएगी, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। तीस विदेशी नागरिक अभी भी हिरासत में हैं। घटना के बाद से पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है।
बता दें कि गौतमबुद्धनगर पुलिस द्वारा बुधवार को ‘ऑपरेशन क्लीन-10’ अभियान चलाया गया था। इसके अंतर्गत पुलिस एवं एलआइयू की संयुक्त टीमों ने ग्रेटर नोएडा में रह रहे विदेशी मूल के नागरिकों का सत्यापन किया था। पुलिस ने बिना पासपोर्ट वीजा, फर्जी वीजा व वीजा एक्सपायर होने के बाद भी यहां अवैध रूप से रह रहे नाइजीरिया, केन्या, तंजानिया, जाम्बिया, आईवरी कोस्ट व अंगोला मूल के 60 नागरिकों को हिरासत में लिया था। सभी को सूरजपुर स्थित पुलिस लाइन में रखा गया था। वृहस्पतिवार रात कमरे की खिड़की तोड़कर 20 नागरिक अचानक पुलिस हिरासत से फरार हो गए। इसकी जानकारी होने पर पुलिस में हड़कंप मच गया। एसएसवी वैभव कृष्ण व अन्य अधिकारी पुलिस लाइन पहुंचे और निरीक्षण किया। सूरजपुर, बिसरख, बीटा-टू, दादरी, ईकोटेक-तीन सहित कई थानों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तलाश शुरु कर दी। एसएसपी ने बताया कि पुलिस हिरासत से फरार हुए तीन विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है, शेष 17 नागरिकों की तलाश की जा रही है। पुलिस की तीन टीमें गठित कर दी गई हैं। फरार आरोपियों में सभी पुरुष हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी के पास पासपोर्ट व वीजा नहीं था। पुलिस सभी को डिपोर्ट करने की तैयारी कर रही थी। एसएसपी ने बताया कि 30 विदेशी नागरिक अभी भी हिरासत में हैं,इनमें 19 पुरुष व 11 महिलाएं हैं।
पुलिस ने 12 विदेशियों को छोड़ा, एक को भेजा गया जेल- ‘ऑपरेशन क्लीन-10’ के अंतर्गत पुलिस हिरासत में लिए गए 60 विदेशी नागरिकों में से 12 को छोड़ दिया गया है। जांच में इन सभी के कागज सही पाए गए हैं। दो लोगों पर हत्या का मुकदमा चल रहा है, इसलिए उनके कागज जमा हैं। पुलिस ने एक महिला को गांजा तस्करी के आरोप में जेल भेज दिया है। अभियान के दौरान महिला के कब्जे से 3.5 किलो गांजा बरामद किया गया था। एसएसपी ने बताया कि जिन 12 नागरिकों को छोड़ा गया हैं, उन्होंने अपना ट्रेवल वीजा किसी और के पास रख दिया था। अभियान के दौरान पासपोर्ट वीजा नहीं दिखा पाए थे, इसलिए पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। एसएसपी ने बताया कि 12 लोगों में दो लोग ऐसे भी हैं, जिन पर हत्या का मुकदमा चल रहा है। दोनों का पासपोर्ट वीजा कोर्ट में जमा है।
लापरवाही उजागर होने पर मुस्तैदी दिखाने लगा खुफिया विभाग , सत्यापन करने पर बिना वीजा पासपोर्ट के और मिल सकते हैं विदेशी — शहर में बिना पासपोर्ट व वीजा के रह रहे विदेशी नागरिकों के पकड़े जाने से एलआईयू (लोकल इंटेलीजेंस यूनिट) के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हो रही है। एसएसपी ने भी इसे स्वीकार किया है। इसके बाद से एलआईयू के अधिकारी व कर्मचारी अब सक्रिय हो गए हैं। शहर में रह रहे विदेशी नागरिकों के बारे में जानकारी जुटाना शुरु कर दिया है।
एफआरओ (फॉरेन रजिस्ट्रेशन ऑफिस) से संपर्क किया जा रहा है। सही तरीके से सत्यापन अभियान चलाने पर बिना वीजा पासपोर्ट के और विदेशी पकड़े जा सकते हैं।