ग्रेटर नोएडा में फैशन ज्वेलरी शो का शुभारम्भ
ग्रेटर नोएडा: हस्तशिल्प विकास आयुक्त शांतमनु (आईएएस) ने आज एक रंगारंग समारोह में 12वें भारतीय हस्तशिल्प फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज शो (आईएफजेएएस) का उद्घाटन किया. इसका आयोजन ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर ऐंड मार्ट में 63वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय परिधान मेले (आईआईजीएफ) के साथ-साथ किया जा रहा है.
आईएफजेएएस का आयोजन हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) और आईआईजीएफ का आयोजन परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) के द्वारा किया जा रहा है.
इस अवसर पर ईपीसीएच अध्यक्ष रवि के पासी, आईएफजेएएस 2019 के अध्यक्ष श्री विकास मनकतला, आईईएमएल अध्यक्ष एवं ईपीसीएच के महानिदेशक श्री राकेश कुमार, Shri Rahul Mehta, Chairman, IGFA and President, CMAI और ईपीसीएच प्रशासनिक समिति के सदस्य मौजूद थे.
प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के दौरान हस्तशिल्प विकास आयुक्त शांतमनु ने कहा कि आईएफजेएएस फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज उत्पादों पर आधारित विशिष्ट प्रदर्शनियों में से एक है. यह छोटे और मझोले निर्माताओं और निर्यातकों को जूलरी शिल्प में अपनी कला दिखाने का अवसर प्रदान करता है.
इसके बाद शांतमनु ने कहा कि विश्व बाजार में भारतीय फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज के निर्यात की काफी संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने हस्तशिल्पों के निर्यात की बेहतरी के लिए कई कदम उठाए हैं और इस क्षेत्र में रोजगार पैदा करने की भी कई योजनाएं बनाई हैं.
ईपीसीएच अध्यक्ष श्री रवि के पासी ने बताया कि देश के सभी हिस्सों से आये करीब 250 प्रदर्शक इस प्रदर्शनी में अपने असाधारण फैशन जूलरी, कम महंगी जूलरी, स्टोल, स्कार्फ, शॉल, हैंड बैग, क्लच पर्स, बेल्ट, पर्स, नेक टाइ, बीड्स, स्टोन्स, क्रिस्टल, हेड, हेयर एक्सेसरीज, फैंसी फैशन फुटवियर, टैटू और बिंदी का प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां प्रदर्शित उत्पादों की डिजाइन शानदार, पारंपरिक, आधुनिक एवं समकालीन और समाज के सभी वर्गों और बाजारों के अनुकूल हैं.
ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने कहा कि इस प्रदर्शनी में अर्जेंटीना, बारबाडोस, ब्राजील, बेल्जियम, कोलंबिया, फिनलैंड, फ्रांस, ग्रीस, इटली, इजरायल, जापान, कुवैत, लेबनान, मैक्सिको, नाइजीरिया, नॉर्वे, रूस, सेनेगल, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, श्रीलंका, यूएई, यूके और यूएसए के खरीदार फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज के उत्पादों की उत्कृष्ट रेंज में से अपनी जरूरतों के उत्पादों की खरीद के लिए पहुंच रहे हैं.
श्री कुमार ने कहा कि उपरोक्त देशों के अलावा सीआईएस देशों जैसे कि किर्गिस्तान, अजरबैजान, तुर्कमेनिस्तान, यूक्रेन और अफ्रीकी देशों कांगो, घाना, गाम्बिया, सेनेगल, नाइजीरिया के खरीदार भी अपनी आवश्यकता के उत्पादों के लिए यहां पहुंच रहे हैं.
मेले के दौरान आगंतुक खरीदारों के लिए आयोजित फैशन शो मुख्य आकर्षण में से एक होगा. इसके दौरान प्रसिद्ध मॉडल रैंप पर फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज के कई सर्वोत्तम उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे ताकि आगंतुक खरीदारों के लिए उनके पसंद के उत्पादों की खरीद आसान हो सके.
श्री कुमार ने इसके आगे बताया कि विभिन्न शिल्प समूहों के कारीगरों के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ईपीसीएच के प्रयासों के तहत, देश के दक्षिण, पश्चिम और पूर्वी क्षेत्र के कारीगरों को भी इस मेले में आने वाले खरीदारों के सामने अपने सर्वोत्तम उत्पादों को प्रदर्शित करने और सीधे उनसे बातचीत करने का अवसर प्रदान किया गया है.
वर्ष 2018-19 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात में बीते वर्ष की इसी अवधि की तुलना में रुपये के संदर्भ में 15.46% और डॉलर के संदर्भ में 6.44% की वृद्धि देखी गयी है. साथ ही, साल 2018-19 के दौरान फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज का निर्यात भी 2332.97 करोड़ रुपये का हुआ है और इसमें भी बीते वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11.34% की वृद्धि हुई है.
इस प्रदर्शनी का आयोजक हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद है जो एक ही छत के नीचे दुनिया की सबसे बड़ी हस्तशिल्प प्रदर्शनी ‘आईएचजीएफ-दिल्ली मेले’ का साल में दो बार आयोजन करता है.