होम बायर्स के लिए नफोवा का जंतर मंतर पर प्रदर्शन
*नेफोवा के बैनर तले नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के पीड़ित फ्लैट खरीदारों ने जंतर मंतर पर किया प्रदर्शन*
*केंद्र सरकार के समक्ष अधूरे पड़े प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा कराए जाने की रखी मांग*
आम्रपाली, रुद्रा बिल्डवेल, कासा ग्रीन्स वन, अर्थ, सुपरटेक, यूनिटेक, जेपी, शुभकामना, एयरविल, टुडे होम्स, एविजे हाइट्स, राजपूत बिल्डर, संपदा लीविया,अंसल एपीआई इत्यादि तमाम ऐसे प्रोजेक्ट जहां वर्षों से निर्माण कार्य ठप्प है, बिल्डर फरार है, फ्लैट खरीदार 2010-11 से रेंट और ईएमआई के बोझ तले दबे हैं। कहीं कोई सुनवाई नही हो रही है। दो वर्ष बीत जाने के बाद भी रेरा से कोई समाधान मिलता नही दिख रहा है। मुख्यमंत्री तक कई बार पीड़ित फ्लैट खरीदारों की बात पहुंचाई गई, लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नही मिला। फ्लैट खरीदारों का मानना है कि ऐसी स्थिति में अब बिना केंद सरकार के हस्तेक्षप के कोई हल निकलने वाला नही है। अगले हफ्ते संसद में बजट प्रस्तुत किया जाना है। इसी के मद्देनजर आज नेफोवा के नेतृत्व में तमाम घर खरीदार अपराह्न 3 बजे से जंतर मंतर पर एकत्रित होने शुरू हुए तथा नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार के समक्ष अपनी मांगे रखीं। घर खरीदारों की नाराजगी चरम पर थी, जो आज प्रदर्शन के दौरान दिखी।
घर खरीदारों की मुख्य मांगे थी –
*1.आगामी बजट में केंद्र सरकार बंद पड़े नोएडा, नोएडा एक्सटेंशन के तमाम प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द शुरू कराये जाने के लिए फण्ड की व्यवस्था करे। जरूरत पड़े तो घर खरीदारों के हित को ध्यान में रखते हुए विशेष कानून लाकर होम बायर के लिए बजट में अलग से फण्ड निर्धारित करें जिससे जिससे रुके हुए प्रोजेक्ट पर बिना किसी विलंब के काम शुरू हो सके।*
*2. केंद्र सरकार नोएडा, नोएडा एक्सटेंशन के तमाम अधूरे प्रोजेक्ट 2020 तक पूरा कराने की जिम्मेदारी स्वयं ले तथा रेरा सेंट्रल की निगरानी में बिल्डर बायर अग्रीमेंट के मुताबिक बाकी निर्माण कार्य संपन्न कराए।*
*3. केंद सरकार आरबीआई को निर्देश जारी कर अधूरे पड़े प्रोजेक्ट के फ्लैट खरीदारों के बैंक ईएमआई पर तत्काल रोक लगाए। लोन के बकाया राशि पर इंटरेस्ट नही लगाया जाए।*
*दर दर भटके घर खरीददार*
*सरकार कब सुनेगी हमारी पुकार* इन नारों के साथ फ्लैट खरीदारों ने अपनी समस्याएं जंतर मंतर पर प्रदर्शन के दौरान जाहिर कीं। उनका कहना था कि तमाम ऐसे प्रोजेक्ट के बिल्डर को डिफॉल्टर घोषित कर उनके प्लाट का आवंटन निरस्त कर प्रोजेक्ट को केंद सरकार अपने अधीन ले तथा बिल्डर की सभी संपत्तियां जब्त करें। जिन बिल्डरों ने लोगों को कही का नहीं छोड़ा, सबको जेल में बंद किया जाए।
प्रदर्शन के दौरान फ्लैट खरीदारों ने अर्थी भी निकाली, जो कि इस बात का संकेत था कि सिस्टम की मार से पीड़ित फ्लैट खरीदार अब पूरी तरह बेबस हो चुके है। आर्थिक, मानसिक, शारीरिक हर तरह से वे परेशान हैं। 42 डिग्री तापमान के बावजूद महिलाएं, बुजुर्ग बड़ी संख्या में आज के प्रदर्शन में शामिल हुए। आम्रपाली की घर खरीदार तथा नेफोवा की महासचिव श्वेता भारती का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद घर मिलने की उम्मीद फिर से जगी है। कोर्ट के निर्देशानुसार बिल्डर की संपत्ति जब्त करके उन्हें बेचने की प्रक्रिया पूरी होने में एक लंबा वक्त लगेगा। ऐसे में केंद्र सरकार को निर्माण कार्य शुरू कराने की जिम्मेदारी उठानी चाहिए तथा जल्द से जल्द निर्माण कार्य के लिए आवश्यक रकम की व्यवस्था की जानी चाहिए।
नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार का कहना था कि लोकसभा चुनाव में सभी लोगों ने बहुत उम्मीद से फिर से बीजेपी सरकार को भारी मतों से विजयी बनाया अब सरकार अपने वादे के मुताबिक स्ट्रेस फण्ड की व्यवस्था कर जल्द अधूरे पड़े सभी प्रोजेक्ट में काम शुरू कराए तथा पोजेसन मिलने तक बैंक ईएमआई पर रोक लगाए।
प्रदर्शन के दौरान राजेश कुमार सिंह इन्द्रीश गुप्ता, जोगिंदर सिंह, अमित गुप्ता, अजय भान आदि उपस्थित रहे। नेफोवा पदाधिकारियों द्वारा प्रदर्शन के पश्चात वहां उपस्थित पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा गया।