जी.एल. बजाज में स्थापित हुआ भारत का पहला एक्सटेन्ड रियलिटी सेंटर
ग्रेटर नोएडा। भारत का पहला एक्सआर (एक्सटेन्ड रियलिटी) सेंटर, जीएल बजाज, पिक्सेल गैलेक्सी प्रा. लि. एवं कोरियन एसोसिएटस इलेक्ट्रॉनिक एवं टेली कम्यूनिकेशन रिसर्च इंस्टीट्यूट (ईटीआरआई, कोरियन सरकार द्वारा वित पोषित अनुसंधान संस्थान) एवं डी. कैरिक प्रा. लि. के साथ मिलकर जी.एल. बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी, ग्रेटर नोएडा में स्थापित किया गया। इस अवसर ईटीआरआई के वाईस प्रेसीडेन्ट गिलहैंगली एवं डी. कैरिक प्रा.लि. के संस्थापक इहॉन चॉरी के साथ 15 सदस्यों की टीम ने हिस्सा लिया।
संस्थान के वाइस चयरमैन पंकज अग्रवाल और निदेशक राजीव अग्रवाल अतिथियों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम के दौरान गिलहैंगली ने कहा कि आज हम ऐसे भविष्य की कल्पना करते हैं, जहां पर टैक्नोलॉजी अधिक व्यक्तिगत और अधिक उपयोगी बन जायेगी, आज हम अपनी जरुरतों अथवा जटिल समस्याओं का निवारण करने के लिये ऐसे-ऐसे माध्यम विकसित कर रहे है जो आने वाले समय में काफी उपयोगी होगें। उन्होंने कहा एक्सटेन्डरियलिटी एक ऐसी ही टैक्नोलॉजी है। इसके बाद डी. कैरिक के संस्थापक इहॉन चॉरी ने एक्सआर टैक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से बताया एक्स आर टैक्नोलॉजी के माध्यम आप वो सब महसूस कर सकते है जो आप रियल लाइफ में करते है, लेकिन वो अस्तित्व में नहीं होता, जिसका आपके मस्तिष्क को पता होता है। उदाहरण के तौर पर आपको ई गेम खेल रहे है और आपको एक गन मशीन की जरुरत पड़ती है, तो यह गनमशीन आपका वर्चुअल आब्जेक्ट होगी जिसे आप पकड़ सकते है और उसके फक्शन उपयोग कर सकते है। आने वाले 4-5 वर्षों में एक्स आर टैक्नोलॉजी का मुख्यतः उपयोग गेमिंग शिक्षा के साथ-साथ हेल्थकेयर, एजुकेशन, मिल्ट्री, एजूकेशन एण्ड मनोरंजन के रुप में किया जायेगा। कार्यक्रम के बाद कोरियन टीम के सदस्यों ने एक ईटीआरआई-एक्सपो का आयोजन किया, जिसमें टीम के सदस्यों ने एक्स आर टैक्नोलॉजी पर आधारित सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर डिवाइस का उपयोग हमारी दैनिक जीवन में कैसे होगा उसका प्रायोगात्मक उदाहरण करके दिखाया जो छात्रों और बाहर की इंडस्ट्री एवं संस्था से आये हुये लोगों का आकर्षण का केन्द्र बना।