शारदा यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित
ग्रेटर नोएडा : शारदा विश्वविधालय में धूम धाम से विश्व महिला दिवस मनाया गया | इस अवसर पर परिसर में भिन्य संकायों द्वारा कई महिलाओं के सम्मान में कई कार्यक्रम आयोजित किया गया| स्कूल ऑफ़ मेडिकल साइंस के स्त्री एवं प्रसूति विभाग द्वारा ग्रेटर नॉएडा प्रसूति और स्त्री रोग समाज के सहयोग से “अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस” कार्यक्रम का आयोजन किया जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं की समानता के लिए आवाज उठाना है| आज के कार्यक्रम में स्लोगन प्रतियोगिता जिसका विषय “महिला सशक्तिकरण-महिलाओं की व्यक्तिगत स्वच्छता ” का भी आयोजन किया गया| स्कूल ऑफ लॉ द्वारा “भारत में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण” विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे यु जी सी के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ मूलचंद शर्मा,वन शर्मा, पूर्व सचिव, भारतीय विधि आयोग, जस्टिस नीलू मैनवाल, सिविल जज सीनियर डिवीजन, गौतम बुद्ध नगर इत्यादि ने अपने विचार रखे |
डॉ. मूलचंद शर्मा ने कहा की आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है जब संपूर्ण मानव समुदाय महिला को सशक्त बनाने के लिए एकीकृत तरीके से काम कर रहा है सुश्री पवन शर्मा, पूर्व सचिव, भारतीय विधि आयोग ने कहा की अगर महिलाओं को अकेला छोड़ दिया जाता है, तो वे किसी से भी बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं। महिलाओं पर हमेशा दोहरी मार का सामना करना होता है | महिलाओं को घर की साथ बाहर का भी थ्यान रख्ना होता है | महिलाओं की चुप्पी को उनकी कमजोरी माना जाता है| श्रीमती जस्टिस नीलू मैनवाल, सिविल जज सीनियर डिवीजन, गौतम बुद्ध नगर ने कहा की महिलाएं भावी पीढ़ी की रीढ़ हैं| महिलाओं को अपने साथ हो रहे भेदभाव के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए|
शारदा विश्वविधालय के प्रोफेसर डॉ एस एस गुलाठी ने आज के मुख्य अतिथि एवं शारदा समूह की ट्रस्टी श्रीमती सीमा गुप्ता , स्पीकर डॉ चितरा सेतिया (अपोलो हॉस्पिटल्स में वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ ) और ग्रुप कैप्टन एस पी सक्सेना (सेवानिवृत्त भारतीय वायु सेना) का स्वागत किया| डॉ चितरा सेतिया ने कहा की डॉक्टर और मरीज का रिश्ता काफी सवेदनशील है। उनके अनुसार इस रिश्ते में मधुरता को बरकरार रखने में आपसी सवाद और अपनेपन का होना जरूरी है| उन्होंने सूचना और प्रौद्योगिकी के युग में, रोगी और उनके रिश्तेदार कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाने में सक्षम हैं पर आज हमे कड़े कानूनों या दंडों के बजाय एक अच्छी तरह से समन्वित संचार प्रणाली की आवश्यकता बल दिया |
शारदा विश्वविधालय के मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ रूचि श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और कहा हमारा प्रथम लक्ष्य प्रसूति एवं स्त्री रोग से जुड़ी स्वास्थ्य सम्बन्धी देखभाल को बढ़ावा देना तथा उनसे जुड़े वैज्ञानिक अनुसंधानों तथा अध्यन को प्रोत्साहित करना है| डॉ सहला जमाल तथा विभागाध्यक्ष डॉ निम्मी चुट्टानी ने भी अपने सम्बोधन में लोगों को विभिन्य जानकारियों से अवगत कराया| कार्यक्रम के अंत में महिलाओं द्वारा मार्च निकाला गया जिसमे शारदा विश्वविधालय के विभिन्य संकायों के लोगों ने भाग लिया जिसका नेतृत्व सीमा गुप्ता ने किया |