भाजपा -शिवसेना किन शर्तों पर हुआ गठबंधन का एलान, जानिए
मुंबई: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाजपा-शिवसेना के चुनावी गठबंधन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव तथा उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में दोनों दल गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में उतरेंगे। फडणवीस ने कहा कि राष्ट्रहित में दोनों दलों का साथ आना जरूरी है। उन्होंने कहा कि किसान कर्ज माफी, राम मंदिर जैसे मुद्दों पर दोनों दल एकसमान विचार रखते हैं।देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘दोनों दल एक दूसरे का आदर करते हैं। हमने यह फैसला राष्ट्र के हित में लिया है और हमें विश्वास है कि एनडीए 2019 में सत्ता में वापस आएगी।’ राज्य की कुल 48 संसदीय सीटों में से लोकसभा चुनाव में भाजपा 25 तथा शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं विधानसभा सीटों की बात करें तो 288 विधानसभा सीटों में से दोनों दल बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे |
शिवसेना प्रमुख ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारे बीच जो भी मतभेद थे उनको लेकर अमित भाई से हमारी बातचीत हो गई है। हम कोशिश करेंगे कि आगे ऐसी स्थिति दोबारा न आए। हमारे बीच थोड़े मतभेद जरूर हैं लेकिन हमारे मन एकदम साफ हैं। मैं उन सैनिकों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो पुलवामा हमले में शहीद हो गए।
वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ‘बीजेपी का अगर कोई सबसे पुराने साथी हैं तो वे शिवसेना और अकाली दल है जिन्होंन हर वक्त हमारा साथ दिया है। दोनों दल लोकसभा और विधानसभा का चुनाव साथ लड़ेंगे और जीतेंगे भी। बीजेपी और शिवसेना ने राम मंदिर और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद जैसे कई मुद्दों को दशकों से एकसाथ उठाया है।हमारे बीच जो भी मनमुटाव था उसे हम आज इसी वक्त यहीं पर खत्म करते हैं। मनमुटाव दूर करने के लिए मैं उद्धव ठाकरे जी को धन्यवाद देता हूं।’