अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति का जंतर मंतर पर विशाल धरना एवं प्रदर्शन
नई दिल्ली : अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के बैनर तले आज नई दिल्ली के जंतर मंतर पर विशाल धरना एवं प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि मिथिला क्षेत्र के संपूर्ण विकास हेतु तथा सामाजिक सांस्कृतिक, औद्योगिक, शैक्षणिक, आर्थिक एवं राजनीतिक आजादी तथा विकास के लिए अलग मिथिला राज्य का निर्माण होना अति आवश्यक है। इस मौके पर समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि अलग मिथिला राज्य के निर्माण के बिना यहां मूलभूत समस्याओं का निदान होना संभव नहीं है। आज दरभंगा में एम्स के मुद्दे को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा का घेराव भी किया गया। मंच का संचालन शिशिर कुमार ने किया।
समिति के अंतर्राष्टीय संयोजक प्रोफेसर अमरेंद्र झा एवं समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कृष्ण चंद्र झा ने बताया की संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल मैथिली भाषा के सर्वांगीण विकास के लिए मैथिली की पढ़ाई प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर तक किया जाना चाहिए। साथ ही मिथिलाक्षर लिपि का संरक्षण एवं संवर्धन भी किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि मिथिला क्षेत्र में एम्स, आईआईटी, आईआईएम तुरंत घोषणा की जानी चाहिए। इसके अलावे कोसी- कमला- बागमती पर डैम, बंद पड़े मिलों का परिचालन, विमान सेवा, दरभंगा में हाईकोर्ट के बेंच की स्थापना और मैथिलों के पलायन के लिए राज्य और केंद्र सरकार दोनों को बराबर का दोषी माना।
इस अवसर पर प्रवासी मैथिल ने घोषणा की कि 11 फरवरी को दिल्ली में 7 स्थानों पर नाकेबंदी और घेराव भी किया जाएगा।
आज के धरना प्रदर्शन में तपन झा, सदानंद ठाकुर, मदन झा, प्रशांत झा, जितेंद्र पाठक, सुरेश चौरसिया सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।