शारदा युनिवर्सिटी में औद्योगिक महाकुम्भ का आयोजन , स्टार्ट-अप परियोजनाएं हुई पेश
ग्रेटर नोएडा: विचारों के आदान प्रदान को प्रोत्साहित करने, उद्यमशीलता के कौशल का पोषण करने और शारदा युनिवर्सिटी को एक स्टार्ट-अप हब के तौर पर विकसित करने के उद्देश्य से इस युनिवर्सिटी में औद्योगिक महाकुम्भ का आयोजन किया गया जिसमें पूरे उत्तर प्रदेश के संकुलों से 150 से अधिक एमएसएमई शामिल हुए।
औद्योगिक महाकुम्भ शारदा युनिवर्सिटी और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के बीच अपनी तरह का पहला गठबंधन है। दिनभर चले संवादात्मक सत्रों में 200 से अधिक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया और 20 से अधिक स्टार्ट-अप विचार और परियोजनाएं पेश कीं। औद्योगिक महाकुम्भ शारदा युनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी की एक पहल है जिसका लक्ष्य विद्यार्थियों में उद्यमशीलता का कौशल और क्षमता विकसित करना है। यूजीसी से मान्यता प्राप्त शारदा युनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा शैक्षणिक केंद्र है जहां 80 से अधिक देशों से 20,000 से अधिक विद्यार्थी और 1200 से अधिक योग्य प्राध्यापक हैं।
आईआईए अति लघु, लघु और मध्यम उपक्रमों का प्रतिनिधित्व करने वाला एक शीर्ष निकाय है जिसमें करीब 7862 उपक्रम सदस्य हैं। औद्योगिक महाकुम्भ के मौके पर इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन का 252वां आईआईए सीईसी कनक्लेव भी हुआ।
शारदा युनिवर्सिटी के विद्यार्थियों द्वारा पेश किए गए विचारों और परियोजनाओं का मूल्यांकन करने के लिए गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी श्री बी.एन. सिंह, शारदा युनिवर्सिटी के कुलपति श्री पी.के. गुप्ता, शारदा युनिवर्सिटी के प्रो चांसलर श्री वाई.के. गुप्ता, विधायक तेजपाल सिंह नागर, डीसीएमएसएमई के सहायक निदेशक विजय कुमार, स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी के डीन डाॅक्टर परमानंद, शारदा युनिवर्सिटी के निदेशक, काॅरपोरेट अफेयर्स श्री डीएलएन शास्त्री और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के चेयरमैन एसपी शर्मा, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सचिव संजीव शर्मा इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर शारदा युनिवर्सिटी के चांसलर पी.के. गुप्ता ने कहा, श्विद्यार्थियों के बीच नवप्रवर्तन और उद्यमशीलता की संस्कृति विकसित करना हमारे प्रमुख क्षेत्रों में से एक है। दुनियाभर से विविध पृष्ठभूमि से हमारे विद्यार्थी आते हैं और हम विचारों के आदान प्रदान को बढ़ावा देकर हमारी युनिवर्सिटी में एक स्टार्ट अप हब बनाना चाहते हैं। विद्यार्थियों के उद्यमशीलता के सपने को पूरा करने, उनका मार्गदर्शन करने, उन्हें शुरुआती पूंजी उपलब्ध कराने और नए उद्योग शुरू करने में उनकी मदद करने का हमारा प्रयास रहता है। हमें उम्मीद है कि यह नया कंसोर्टियम हमारे देश और विश्व में स्टार्टअप को गति देने की दिशा में बल प्रदान करेगा।श्
गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने लोगों के कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं की पारदर्शी डिलीवरी सुनिश्चित करने के बारे में बात करते हुए कहा कि सरकार हमेशा ही युवाओं को कुछ नया करने और स्टार्टअप स्थापित करने में सहयोग करेगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जनता और सरकार की संतुष्टि ही प्रशासन द्वारा किए गए कार्य का मापदंड होना चाहिए।
आईआईए के सचिव ए.डी. पांडेय ने कहा, श्हमें उम्मीद है कि इस तरह की पहल से उद्योग की महत्वाकांक्षाओं और विद्यार्थियों के ज्ञान के बीच अंतर पाटने में मदद मिलेगी जिससे विद्यार्थियों की रोजगारपरक क्षमता में सुधार आएगा और साथ ही उनमें उद्यमशीलता को लेकर अनूठे विचारों को प्रोत्साहन मिलेगा। हम विद्यार्थियों के लिए विभिन्न उद्योगों में छह महीने का प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराएंगे जिससे वे लाइव प्रोजेक्ट्स पर काम कर सकें। इससे उन 80 प्रतिशत विद्यार्थियों को सशक्त करने में मदद मिलेगी जिन्हें एक सफल करियर के लिए अधिक मार्गदर्शन की जरूरत है।
शारदा युनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाॅजी के डीन श्री परमानंद ने कहा, श्हमें उम्मीद है कि औद्योगिक महाकुम्भ जैसे प्लेटफाॅर्म विद्यार्थियों को उद्यमियों के साथ सहज बातचीत का एक अवसर उपलब्ध कराएगा और उन्हें उनके विविध कौशल, ज्ञान और अनुभव का लाभ मिलेगा।
युनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से आए एमएसएमई के मालिकों से बातचीत की और 20 से अधिक परियोजनाएं पेश कीं जिनका इन एमएसएमई के मालिकों द्वारा आगे आंकलन किया गया। इससे इन विद्यार्थियों को काफी जानकारी मिली जिससे उन्होंने उनके अनुभवों, ज्ञान और विशेषज्ञता का लाभ उठाया।
252वें आईआईए सीईसी कनक्लेव में विद्यार्थियों ने उद्योग के विशेषज्ञों से बातचीत की जिन्होंने हायरिंग, स्पीकर सेशंस आयोजित किया और प्रतिभागियों द्वारा पेश की गई परियोजनाओं के लिए शुरुआती पूंजी उपलब्ध कराने के संबंध में जानकारी दी।
शारदा युनिवर्सिटी के बारे में
वर्ष 1996 में स्थापित शारदा युनिवर्सिटी एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान है जो दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में 63 एकड़ क्षेत्र में फैला है। प्रख्यात शारदा ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस का उपक्रम इस युनिवर्सिटी ने एक उच्च गुणवत्ता प्रदाता के तौर पर खुद को स्थापित किया है जिसका ध्यान समग्र रूप से सीखने और विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धी क्षमता विकसित करने पर है। यह उत्तर प्रदेश में स्थित सबसे बड़ा शैक्षणिक समूह है जहसं 74 से अधिक देशों से 20,000 से अधिक विद्यार्थी और 1200 से अधिक प्राध्यापक हैं। यहां से 45,000 से अधिक विद्यार्थी पढ़कर बाहर निकल चुके हैं जो आज अपने अपने क्षेत्र में नेत़ृत्व प्रदान कर रहे हैं।