जानिए क्यों, #MeToo के फंदे पर लटका जेनपैक्ट कंपनी का सहायक उपाध्यक्ष
नोएडा। ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर स्थित पैरामाउंट सोसायटी में रहने वाले जेनपैक्ट कंपनी के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट स्वरूप राज ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके से पुलिस को एक सुसाईड नोट जो अंग्रेजी में लिखा हुआ है बरामद किया है। पत्नी को संबोधित इस नोट में स्वरूप ने लिखा है कि उन पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप झूठे हैं। यदि जांच में उनको निर्दोष भी घोषित कर दिया गया फिर भी आरोप लगने की वजह से लोग उनको शक की निगाह से देखेंगे। वह किस मुंह से दोबारा कंपनी जाएंगे? यौन उत्पीड़न का आरोप लगने पर कंपनी ने उनको जांच पूरी होने तक ससपेंड कर दिया था।
मूल रूप से हरियाणा के गुड़गांव के निवासी स्वरूप राज पैरामाउंट सोसायटी में अपनी पत्नी के साथ रहते थे। वह जेनपैक्ट कंपनी में सहायक उपाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। कंपनी में काम करने वाली दो महिला कर्मचारियों ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
इस वजह से कंपनी प्रबंधन ने जांच पूरी होने तक उनको नौकरी से ससपेंड कर दिया था और कंपनी की तरफ से दिया गया लैपटॉप भी वापस ले लिया था। निलंबन पत्र में कंपनी प्रबंधन ने कहा था कि जांच पूरी होने तक वह कंपनी के किसी भी कार्य में हिस्सा नहीं ले सकते हैं। इस बात से स्वरूप मानसिक रूप से परेशान थे। उन्होंने सोमवार रात 12 बजे के करीब घर के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी जब घर पहुंची तो उन्होंने देखा कि स्वरूप का शव पंखे से लटका हुआ है। पत्नी ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।