सुपरटेक खरिदारों ने किया हगांमा, जानिए क्यों
ग्रेटर नोएडा : आज सुपरटेक इकोविलेज 2 के खरीदारों के साथ हुई मिटिंग बेनतीजा रही। खरिदारों का कहना है कि सितंबर महिने मे हुई मिटिग मे सुपरटेक के निदेशक विकास कंसल ने आश्वासन दिया था कि एक महीने मे पांच मंजिल तक कब्जा दे दिया जायेगा और दिसंबर तक सभी खरीदारों को घर दे दिया जायेगा।
फ्लेट बायर्स व नेफोमा सदस्य कमलेश शर्मा ने बताया आज हम सब बी 12 टावर के खरीदार इसी उम्मीद मे एकत्रित हुए थे पर सुपरटेक की तरफ से किया हुआ वादा बिल्कुल झूठा निकला। सुपरटेक की साइट पर एक भी मजदूर काम नहीं कर रहा है और निकट भविष्य मे कब्जा मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। निदेशक जीएल खेरा का कहना है कि सुपरटेक के पास प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए फंड नही हैं और हम घर देने मे असमर्थ हैं। हमने बेंको मे ऋण के लिए आवेदन किया हुआ है। हम कोशिश कर रहे हैं की कुछ फंड एकत्रित कर टावर का काम पूरा किया जाये। खरिदारों ने अपनी असहमति जताते हुए हगांमा किया और अगली मिटिग सुपरटेक कम्पनी के मालिक आर के अरोड़ा के साथ तय की।
खरिदारों ने बताया कि हमने 2010 मे घर खरीदा था और आज आठ साल के बाद भी कब्जा नहीं दिया है। निर्माण कार्य बंद पड़ा है और अगले 2-3 वर्षों में भी कब्जा मिलने की उम्मीद नहीं है। सुपरटेक के हालात भी आम्रपाली और जेपी बिल्डर जैसे ही नजर आ रहे हैं। सरकार को इन बिल्डर पर ओर सख्ती से निपटने की जरूरत है। हम आज बेंको की किश्त और किराया चुकाने मे असमर्थ है।
सुपरटेक की तरफ से निदेशक विकास कंसल, निदेशक जीएल खेरा, कन्स्ट्क्सन टीम से राजीव सिंह और मेनेजर निशान्त मिस्रा ने बैठक में भाग लिया।
खरीदारों के पक्ष में कमलेश शर्मा, सुशील कटियार, मुकेश प्रसाद, तरूना भटनागर, सुनिल चौधरी, शेर सिंह, अंकुर शर्मा, बृजमोहन शर्मा, जीवन सिंह रावत, अमित तिवारी, प्रवीन ने बैठक में भाग लिया।