ग्रेटर नोएडा : जेल में बंद किसानों का बयान , जेल में करेंगे भूख हड़ताल
ग्रेटर नोएडा : कचैडा मामले में जेल गए किसानों ने अब जेल में भूख हड़ताल करने का ऐलान किया है . इस समबन्ध में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए मीडिया को इसकी जानकारी दी गयी है.
प्रेस-विज्ञप्ति —
महोदय कचेड़ा गांव में प्रदर्शन करते हुए 86 किसान जिसमें अखिल भारतीय गुर्जर परिषद के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट रविंदर भाटी, किसान सभा के डॉ. रूपेश वर्मा, जय जवान जय किसान के सुनील फौजी, कचेड़ा गांव के वर्तमान व पूर्व प्रधान तेज सिंह, सुशील व भूमेष घर मनोज नागर टीकम महाशय आनंद नागर बेदू पहलवान बबली नागर विजयपाल मुखिया किसान यूनियन अंबावता महेश कसाना किसान यूनियन अंबावता रणपाल गुर्जर आदि ने जेल से संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना आम नागरिक का संवैधानिक अधिकार है. प्राशासन ने किसानों पर जिसमें महिलाएं भी शामिल थी पर लाठीचार्ज किया जिसमें दर्जनों किसानों को गम्भीर चोटे आयी है. इसके जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जेल में बंद किसान भूख हड़ताल करेंगे. जिसका नोटिस जेल अधिकारी के माध्यम से जिला अधिकारी महोदय को उपलब्ध करा दिया है. साथ ही जिला न्यायालय में दोनों अधिकारियों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कराने की कार्रवाई की जा रही है. पशु क्रूरता अधिनियम मेरी दर्ज फर्जी मुकदमे जो 150 किसानों पर किया गया है की निंदा करते हैं. 188 आईपीसी में दर्ज मुकदमे को वापस करने की मांग करते हैं.
गौरतलब है कि 2013 में हाईटेक बिल्डर व किसानों का 2013 में प्रशासन की उपस्थिति में समझौता हुआ था जिसके तहत बिल्डर को निम्नलिखित कार्य करने से जो इस प्रकार हैं–
1.नोएडा व ग्रेटर नोएडा की तरह 10 परसेंट आवासीय प्लॉट व 64 परसेंट मावजा का लाभ दिया जाए
2.जिन किसानों की भूमि ली है उनके खतरों में बची आबादी को विकसित कर गांव के नजदीक दिया जाए
3.गांव का संपूर्ण विकास करना है
उक्त सभी शर्तों का पालन बिल्डर द्वारा नहीं किया गया है. यहां यह भी अवगत कराना है कि जेपी शिव नाडर व अंसल बिल्डर द्वारा उक्त लाभ प्रभावित किसानों को दिए जा रहे हैं प्रधान तेज सिंह ने कहा कि हम सारे प्रधान जेल में बंद हैं जबकि हाईटेक बिल्डर रोज बयान जारी कर कह रहा है कि हम प्रधान के संपर्क में हैं यह सरासर झूठ है हम हाईटेक के संपर्क में नहीं है हाईटेक 2005 से आज तक अपने कब्जे की जमीन पर सिटी विकसित नहीं कर पाया है ना ही अलर्ट योर को कब्जा दे सका है उन्हें सिटी 5 वर्ष में विकसित करनी थी जो आज तक एक सपना है
बिल्डर व प्रशासन मिलकर किसानों का दमन व उत्पीड़न कर रहा है यह लोकतंत्र की हत्या है डीएम एसडीएम सीओ निरंकुश हो गए है तानाशाही कर रहे हैं हर हाल में हर कीमत पर तानाशाही का विरोध किया जाएगा
सभी किसान संगठन बिल्डर व प्रशासन की मिलीभगत गठजोड़ का पर्दाफाश किया जाएगा .कचेड़ा गांव की तरह बीजेपी के नेताओं का प्रवेश बंद कराया जाएगा व बोर्ड लगाए जाएंगे हाईटेक सिटी गलत बयान जारी कर रहा है. उसका पूरी तरह खंडन किया जाता है न कोई स्टे ऑडर है न ही कोई प्रधान संपर्क में है न ही किसानों के साथ किए समझौते का पालन किया है. किसान किए समझौते की मांग को लेकर आंदोलनरत है डीएम एसडीएम को किसानों से वार्ता करनी चाहिए थी ये दोनों किसानों का दमन कर रहे है लाठी चार्ज कर रहे है हम डीएम एसडीएम सीओ को यहां से हटाने व कानूनी कार्यवाही की मांग कर रहे है.