आर-पार की लड़ाई के मूड में किसान, स्थानीय युवकों के रोजगार को लेकर 10 अक्टूबर को धरना
ग्रेटर नोएडा : स्थानीय युवकों को मल्टीनेशनल कंपनी में 50 प्रतिशत रोजगार में आरक्षण का मुद्दा समेत पांच मुद्दों पर अब किसान आर-पार की लड़ाई करने के मूड में दिख रहे हैं . आगामी 10 अक्टूबर को किसान संगठन, सीटू व कांग्रेस पार्टी सैमसंग कंपनी पर अनिश्चितकालीन धरना देगी.
आज ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में किसान संगठनों ने इसकी घोषणा की . किसान सभा के रुपेश वर्मा ने कहा हमने 30 मई से मायचा गाँव से किसानों के विभिन्न मुद्दों को लेकर धरना शुरू किया था. इस दौरान हम ग्रेनो प्राधिकरण के सीईओ के अलावा उद्योग मंत्री उत्तर प्रदेश सतीश महाना व प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह से भी मुलाकात कर चुके हैं . लेकिन अभी तक सिवा आश्वाशन के कुछ नहीं मिला. इस दौरान 31 अगस्त को किसानों ने सैमसंग कंपनी पर स्थानीय युवाओं के रोजगार के लिए धरना भी दिया तब किसनों को गिरफ्तार कर लिया गया था .अब एक बार फिर किसान आगामी 10 अक्टूबर को धरना देने जा रहे हैं जिसमे रोजगार के अलावा किसानों की बैकलीज, शिफ्टिंग, 10 प्रतिशत विकसित भूखंड, पंचायत चुनाव बहाली व नया भूमि अधिग्रहण कानून के हिसाब से मुआवजे का वितरण करने का मांग भी शामिल है . अखिल भारतीय गुर्जर परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट रविन्द्र भाटी ने बताया आगामो 10 अक्टूबर के धरने को गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला का भी समर्थन है. उन्होंने कहा सभी किसान पहले 130 मीटर पर एकत्र होंगे फिर सैमसंग नोएडा की ओर कूच करेंगे . उन्होंने बताया इस बार का धरना आर या पार का होगा. हम शांतिपूर्वक धरना देंगे लेकिन जरुरत पड़ी तो हम अपनी रणनीति भी बदल सकते हैं . एडवोकेट रविंदर भाटी ने कहा जिले की कुछ मल्टीनेशनल कंपनिया सार्वजानिक विज्ञापन दे रही हैं की 150 किलोमीटर के दायरे का कोई उम्मेदवार कंपनी में किसी भी पद कल लिए आवेदन न करे . समाजसेवी अशोक कमांडो ने कहा कम्पनियों के इस रुख से नौजवानों में आक्रोश है . वो अपनी डिग्रियां दिखा कर हसे पूछते हैं हम इन डिग्री को लेकर कहा जाएँ . रालोद नेता हरिओम देवटा व कांग्रेस जिला प्रवक्ता मनोज चौधरी ने अपनी-अपनी पार्टी का समर्थन इस धरने को देने की घोषणा की. हरिओम देवटा ने कहा जब सैमसंग की नई इकाई के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक लाख स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने की बात कही थी . कहा गया आज उनका ये वादा.