जीएल बजाज में ग्लोबल टाॅक सीरीज के अन्तर्गत ‘‘मैनेजमेण्ट आॅफ टेक्नालाॅजी, इन्नोवेशन एण्ड चेन्ज’’ विषय पर वार्ता का आयोजन
ग्रेटर नोएडा : जीएल बजाज इन्स्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेण्ट एण्ड रिसर्च (जीएलबीआईएमआर), ग्रेटर नोएडा में दिनांक 6 अक्टूबर, 2018 को पीजीडीएम बैच 2017-19 हेतु 06 से 13 अक्टूबर, 2018 तक ‘‘मैनेजमेण्ट आॅफ टेक्नालाॅजी, इन्नोवेशन एण्ड चेन्ज’’ (30-घण्टे का कोर्स माड्यूल) पर ग्लोबल टाॅक सीरीज के आयोजन का शुभारम्भ हुआ। श्री आशीष पटेल, मैनेजिंग डायरेक्टर, मार्गन फ्रैन्कलिन, मैकलीन, वीए, यूएसए मुख्य अतिथि एवं इस आयोजन के विशेषज्ञ वार्ताकार हैं। इस आयोजन में कारपोरेट एवं शिक्षा जगत के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भागीदारिता की। इस वैश्विक वार्ता का उद्घाटन जीएल बजाज एजुकेशनल इन्स्टीट्यूशन्स के वाइस चेयरमैन श्री पंकज अग्रवाल ने संस्थान की डायरेक्टर जनरल डाॅ0 उर्वशी मक्कड़, एवं श्री आशीष पटेल की उपस्थिति में दीप प्रज्जवलित करके किया।
उद्घाटन समारोह पर अपने सम्बोधन में श्री पंकज अग्रवाल ने जानकारी साझा किया कि जीएल बजाज संस्थान कारपोरेट एवं औद्योगिक जगत के शीर्षस्थ जनों की सामंजस्यता से शैक्षणिक उत्कृष्टता हेतु पूरे उत्साह के साथ निरन्तर अग्रसर है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह ग्लोबल टाॅक सीरीज निःसंदेह छात्रों में अभूतपूर्व परिवर्तन लायेगा। डाॅ0 उर्वशी मक्कड़ ने अपने आरम्भिक सम्बोधन में जोर देकर कहा कि श्री आशीष पटेल को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय मार्केटिंग क्षेत्र का विविध अनुभव प्राप्त है जिससे छात्रों को वैश्विक बाजार के वर्तमान रूझानों की जानकारी मिलेगी एवं उन्हें अपने आधुनिक तकनीकी ज्ञान को विस्तारित करने में सहायता मिलेगी। विशेष सत्र के दौरान श्री आशीष पटेल ने आधुनिक व्यावसायिक परिवेश के परिप्रेक्ष्य में छात्रों को मैनेजमेण्ट आॅफ टेक्नाॅलाजी, इन्नोवेशन एण्ड चेन्ज को समझने एवं जानने हेतु आधार प्रदान किया जिससे छात्रों को आधुनिक तकनीकी ज्ञान को विस्तारित करने एवं प्रभावी निर्णय लेने में सहायता मिलेगी।
इस वैश्विक वार्ता श्रृंखला के आयोजन से छात्र अत्यन्त प्रसन्न एवं उत्साहित हैं एवं वे इस 30-घण्टे के माड्यूल से अधिकतम जानकारी प्राप्त करने हेतु अग्रसर हैं। जीएल बजाज अपने छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता हेतु तैयार कर रहा है और यह ग्लोबल टाॅक सीरीज छात्रों को उनके समर प्लेसमेण्ट एवं फाइनल प्लेसमेण्ट ड्राइव में निश्चित रूप से सहायत सिद्ध होगा।