IEML पदाधिकारियों ने राज्यपाल नाईक व सीएम योगी से की मुलाकात , विश्व आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा सम्मेलन 2019 पर हुई चर्चा
ग्रेटर नोएडा: इंडिया एक्सपो सेंटर ऐंड मार्ट के अध्यक्ष श्री राकेश कुमार ने बताया कि विकसित देशों में वैकल्पिक दवा के रूप में आयुर्वेद की समृद्ध परंपरा और मान्यता है. इसे देखते हुए 2022 तक आयुर्वेद के बाजार में तीन गुना वृद्धि होने की उम्मीद है यानी यह 2.5 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2022 तक 8 बिलियन डॉलर तक हो जाएगा और
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना के अनुसार पहली बार ‘विश्व आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा सम्मेलन 2019’ (WAAYN) के इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा में 2019 में आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है.
इस आयोजन में वेलनेस टूरिज्म, विनिर्माण (मैनुफैक्चरिंग) एवं विश्व स्तरीय सुविधाएं आदि में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, वेलनेस टूरिज्म, आध्यामिकता, हर्बल और लाइफस्टाइल मेडिसिन के वर्ल्ड लीडर्स व्यापार और निवेश साझीदारों के साथ मिलकर भाग लेंगे. अपने तरह के इस अनूठे आयोजन में करीब 90 देशों के भाग लेने की उम्मीद है.
श्री राकेश कुमार ने विस्तार से बताया कि WAAYN के मद्देनजर a Steering Committee of World Assembly under the vision of Dr. H. Nagendra [ Padamshree and Chancellor, S-VYASA University, Bengaluru ] has been formed. इसी सिलसिले में उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की और आईइएमएल के इस फ्लैगशिप आयोजन को अंतिम रूप देने पर उनसे चर्चा की. उन्होंने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल माननीय श्री वी. पी. नाईक और अन्य लोगों से भी मुलाकात कर इस विशाल कार्य को सम्पन्न करने को लेकर उनसे चर्चा की.
WAAYN पूरी दुनिया के सामने प्रमुख राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पेशवर संस्थाओं के साथ मिलकर पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पहल के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का एक अवसर होगा.