ग्रेटर नोएडा में रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर मीट की हुई शुरुआत
ग्रेटर नोएडा : रिन्यूएबल एनर्जी की अधिक से अधिक उपयोग कर बिजली की खपत कम किया जा सकता है .रिन्यूएबल एनर्जी मैन्युफैक्चरर इन का उत्पाद यहीं पर शुरू करें. चाइना, जर्मनी दुनिया में पहले स्थान पर है. यह बात केंद्रीय राज्य मंत्री राज कुमार सिंह ने इंडिया एक्सपो सेंटर एंड में आयोजित दूसरे रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर मीट एवं एक्सपो में कहा. बुधवार को उद्घाटन के अवसर पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पुंडूचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणस्वामी, प्रदेश के वैकल्पिक ऊर्जा मंत्री बृजेश पाठक, उपराज्यपाल देवेंद्र कुमार जोशी आदि उपस्थित रहे.
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति अन्य राज्यों से काफी अलग है . ऐसे में जल विद्युत परियोजनाओं को अलग से छूट मिलनी चाहिए. केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि अभी तक 25 मेगावाट तक के हाइड्रोपावर को रिन्यूएबल एनर्जी की श्रेणी में रखकर छूट दी जाती थी . विश्वभर में चालित नियमों के अनुसार अब भारत में भी छोटी और बड़ी हाइड्रोपावर परियोजनाओं में सम्मिलित किया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने उद्यमियों को प्रोत्साहित करते हुए उद्यमों में बिजली की खपत करने के लिए सोलर सिस्टम लगाने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने रिन्यूएबल एनर्जी पर जारी रिबेट को कम नहीं किया है जिससे रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा दिया जा सके.
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री बृजेश पाठक ने उद्यमियों के साथ -साथ आम लोगों को भी घरों में सोलर सिस्टम लगाने का आह्वाहन किया. रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़े 600 से अधिक उद्योगों के विजिटर्स आये हैं. तीन से पांच अक्टूबर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में 7 देशों और भारत के आठ राज्यों के सेशन होने हैं. इस दौरान एक्सपो का आयोजकों ने दावा किया है कि 70 देशों के प्रदर्शकों ने अपने स्टाल लगाए हैं.