एमिटी यूनिवर्सिटी ग्रेनो में अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस , साईबर सिक्यूरिटी पर होगा शोध
ग्रेटर नॉएडा: एमिटी यूनिवर्सिटी ग्रेटर नॉएडा कैंपस में आज से दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का शुभारम्भ हुआ। इस कॉन्फ्रेंस में ऑटोमेशन एवं कम्प्यूटेशनल इंजीनियरिंग से सम्बंधित शोध पत्र प्रस्तुत किये जायेंगे। यह कॉन्फ्रेंस एमिटी एवं इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हो रही है। इस अवसर पर देश विदेश के अनेको शिक्षाविद, वाइस चांसलर, शोधार्थी यहाँ पर उपस्थित थे जिसमे ला ट्रोब यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रोफेसर जॉन डेवर, आयरलैंड के प्रोफेसर माइक हिन्ची दिनेश यादव एसपी ए टी स लखनऊ, मिस जेनिट कंग, शोर लाइट एजुकेशन, मिस सिमी हार्डिंग मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ एमिटी के ग्रुप वाईस चांसलर एवं महानिदेशक प्रोफेसर गुरिंदर सिंह ने अपने सम्बोधन से किया। उन्होंने सभी अतिथियों का अभिवादन करते हुए कांफ्रेंस में देश विदेश से आकर सम्मिलित होने तथा अपना बहुमूल्य समय देने के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया की ला ट्रोब यूनिवर्सिटी और एमिटी ग्रेटर नोएडा मिलकर एक “सेण्टर ऑफ़ एमिनेंस” स्थापित कर रहे हैं जिसमे आधुनिक तकनीकी एवं ज्वलंत समस्याओ जैसे साइबर सिक्योरिटी पर शोध किया जायेगा। एमिटी और ला ट्रोब के वाईस चांसलर ने एक MOU साइन किया.
इस कोलेबोरेशन द्वारा एमिटी के छात्रों को इंटरनेशनल स्तर के अवसर प्राप्त होंगे। इससे स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम तथा ज्वाइंट रिसर्च प्रोजेक्टस को लेकर उन्हें फायदा होगा। कंप्यूटर साइंस, मैनेजमैंट, मीडिया स्टडीज एवं इंजीनियरिंग प्रोग्राम्स के छात्रों को इस टाई-अप के माध्यम से फायदा होगा। वाईस प्रेजिडेंट प्रोफ. भावना कुमार ने कहा कि एमिटी ग्रुप अपने छात्रों के सही विकास के लिए अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय अवसर प्रदान कर रहा है, ताकि वो खुद को विश्वस्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सके एवं भारत का नाम विश्व पटल पर ऊंचा कर सके। ला ट्रोब यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रोफेसर जॉन डेवर ने कहा कि उच्च शिक्षा एवं तकनिकी को मिलकर हम यूनिवर्सिटी के स्तर को ऊँचा कर सकते है. उन्होंने कहा की यह सेंटर ऑफ़ एमिनेंस दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों को उनकी उच्च शिक्षा में लाभ प्रदान करेगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से संस्थान के महानिदेशक जे सिकंद,वाईस प्रेजिडेंट ए. के. चौधरी, डीन ऐकडेमिक प्रोफेसर जे. एस. जस्सी, डीन मैनेजमेंट ब्रिगेडियर एच. एस. धानी, डॉ. अनीश गुप्ता एवं सैकड़ो शिक्षक एवं शोधार्थी उपस्थित रहे |