एनआईईटी कॉलेज में “वेल्डिंग तकनीकी में विकास” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन
ग्रेटर नोएडा : एन.आई.ई.टी., ग्रेटर नोयडा संस्थान में मेकैनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित “वेल्डिंग तकनीकी में विकास” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन हुआ । आज जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ अरशद नूर सिद्दीकी ने फ्रिक्शन स्टिर प्रोसेसिंग विषय पर अपनी नई खोज को प्रतिभागियों के साथ साझा किया । यह तकनीक सरफेस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में क्रांतिकारी तकनीक साबित हुई है । इसके प्रयोग से पदार्थ की उन विशेषताओं को प्राप्त किया जा सकता है जिन्हें दूसरे किसी प्रक्रम से पाना आसान नहीं है । तकनीकी सेशन में गलगोटिआ विश्वविद्यालय के प्रो एस. एन. सतपति और डॉ एस. एल. वर्मा की उपस्तिथि में शोधार्थियों ने अपने शोध प्रस्तुत किये ।
अंतिम सेशन में आई. आई. टी. दिल्ली के प्रोफेसर और संत लोंगोवाल संस्थान के भूतपूर्व कुलपति डॉ सुनील कुमार पांडेय ने अपने गहन ज्ञान से सभी शोध कार्यों को राष्ट्र निर्माण के लिए केंद्रित करने पर बल दिया । उन्होंने विकसित राष्ट्र निर्माण में शोध की भूमिका को गहराई से समझाया । क्रॉस कंट्री पाइपलाइन वेल्डिंग पर उनके शोध प्रस्तुति ने सभी प्रतिभागियों को मंत्र मुग्ध कर दिया ।
कांफ्रेंस का अंतिम चरण पोस्टर प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों के नाम रहा । प्रो एस. एल. वर्मा, प्रो संजय गैरोला और प्रो विजय कुमार पांडेय के निर्णायक मंडल ने पोस्टर प्रस्तुत करने वाले सभी शोधकर्ताओं से उनके शोध और उद्योग विकास में उनकी भूमिका को द्रष्टिगत रखते हुए प्रश्न किये, जिसके आधार पर सर्वश्रेष्ठ पोस्टर का सम्मान गर्वित और गौरी शंकर के पोस्टर को मिला, द्वितीय स्थान कुंदन चौधरी को मिला तथा तृतीय स्थान कपिल भाटी, साकिब खान और फैज़ अंसारी के पोस्टर को मिला । विजेताओं को 2000, 1500 और 1000 की नकद धनराशि पुरुष्कार स्वरुप प्रदान की गयी । कांफ्रेंस में सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र प्रस्तुति का सम्मान निर्णायक मंडल द्वारा कुंदन चौधरी को लेज़र बीम वेल्डिंग पर प्रस्तुत शोध संकलन के लिए दिया गया ।
इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ पी. पचौरी, सहसंयोजक प्रो चन्दन कुमार, निदेशक डॉ अजय कुमार, प्रो० सोमेश कुमार, प्रो० विनीत कुमार, प्रो० चंद्र शेखर यादव, प्रो एस एल वर्मा, प्रो वी के पांडेय, प्रो संजय गैरोला, डॉ गौरव, डॉ रेशम, डॉ श्वेता नागा तथा शिक्षकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में प्रो० चन्दन कुमार ने कांफ्रेंस आयोजन के लिए सहयोग करने के लिए डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय, संस्थान से प्रबंधन और आए हुए सभी अतिथियों को धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया ।