जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के साथ प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट के प्रभावित किसानों ने की सीएम योगी से मुलाकात
ग्रेटर नोएडा / लखनऊ : आज जेवर में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रभावित किसानों के 26 सदस्य प्रतनिधिमंडल ने जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के साथ लखनऊ में शास्त्री भवन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात कर अपनी बातें रखीं.
जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है –जैसा कि विदित ही है कि जेवर एयरपोर्ट से सम्बन्धित प्रभावित परिवारों की 75 प्रतिशत सहमति आने के पश्चात नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के निर्माण का रास्ता लगभग साफ हो ही चुका हैं और इस सम्बन्ध में 03 अगस्त 2018 को जनपद गौतमबुद्धनगर के गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में, मुख्यमंत्री जी से किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल मिला था और उससे पूर्व मात्र 04 किसानों ने ही जेवर एयरपोर्ट को बनाये जाने के लिए अपनी सहमति दी थी, लेकिन मुख्यमंत्री के समझाने के बाद किसान आगे आये और सहमति देने का दौर बढ चला। क्षेत्र के स्थानीय विधायक धीरेन्द्र सिंह ने भी घर-घर जाकर, प्रदेश व क्षेत्र के विकास की खातिर किसानों को सहमत किया।
आज दिनांक 19 सितम्बर 2018 को जेवर एयरपोर्ट से सम्बन्धित किसानों ने मुख्यमंत्री को अपनी जमीन के सहमति पत्र सौंपे तथा किसान श्री यशपाल सिंह, संजय सिंह व हंसराज सिंह आदि ने मा0 मुख्यमंत्री जी से कहा कि ’’हम अपनी जमीनें आपके आह्वान पर प्रदेश व क्षेत्र के विकास के लिए दे रहे हैं। न तो हम कोई मांग पत्र लाये हैं और न ही इस वक्त हम आपसे कुछ मांग रहे है, लेकिन इतना जरूर है कि किसानों के कष्टमय जीवन और भविष्य के जीवन यापन व उचित विस्थापन के प्रति हमें आप सुरक्षित करेंगे।’’
मुख्यमंत्री ने लगभग 40 मिनट तक, किसानों से वार्ता करते हुए, उन्हें बताया कि ’’जेवर एयरपोर्ट की योजना पिछले 15 सालों से खटाई में पडी हुई थी, आपके स्थानीय विधायक धीरेन्द्र सिंह जी ने इसका प्रस्ताव डेढ वर्ष पहले मुझे सौंपा। मैंने अधिकारियों से भी वार्ता की, जिनसे ज्ञात हुआ कि यह मामला अब बनना मुश्किल है। इसके बावजूद भी, मैं जेवर में हुई उस गैंगरेप की घटना के कलंक को धोना चाहता था, जिसकी वजह से जेवर का नाम बदनाम हुआ था और इसलिए मैंने सारी बाधाओं को पार करते हुए, भारत सरकार से इस प्रोजेक्ट की मंजूरी जेवर को दिलवाई।’’
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि “नोएडा व ग्रेटर नोएडा को पिछली सरकारों में एक बदनाम क्षेत्र के रूप में देखा जाने लगा था। कोई भी उद्योगपति दहशत की वजह से, वहां अपना उद्योग नही लगाना चाहता था। बहुत से उद्योग धंधे गुडगाँव के लिए पलायन कर गये। मारुति कार जैसा भी बडा प्रोजेक्ट, जिससे स्थानीय लोगों को हजारों रोजगार मिलते, नोएडा व ग्रेटर नोएडा के हाथ से फिसल गया। अतः विकास के सही मायने को समझिए और यह सोचिए कि हम अपना जीवन स्तर कैसे उन्नत करें, अपने नौजवान बच्चों के सपनों को कैसे साकार करें और सकारात्मक सोच रखते हुए, किस प्रकार से इस प्रदेश के विकास में भागीदार बनें, तभी हम इस प्रदेश को विकास की बुलंदियों तक पहुॅचा पायेंगे।
अंत में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि “आपने एयरपोर्ट बनवाये जाने के लिए सहमति दी, उसके लिए आप सभी धन्यवाद के पात्र हैं। मेरे यहां आपसे वार्ता के दरबाजे खुले हुये हैं। आपकी जो भी जायज मांगें होंगी, विस्थापन की नीतियां होंगी, उन्हें शासन व प्रशासन के साथ बैठकर आपके जनप्रतिनिधि निस्तारित करायेंगे।
आज की इस बैठक में जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के साथ रोही के प्रधान श्री भगवान सिंह, बनवारीवास के प्रधान श्री त्रिलोकचंद शर्मा के अलावा श्री हंसराज सिंह, पुष्प कुमार शर्मा, योगेन्द्र सिंह छौंकर, संजय कुमार, हरविन्द्र सिंह, विनोद चौहान, सुशील शर्मा, यशपाल सिंह, दरियाब सिंह, जफर खांन, योगजीत सिंह, मौज्जम खांन, तारा सिंह प्रधान जी, योगेन्द्र अत्री, चन्द्रभान सिंह मलिक व कुलदीप सिंह भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री के साथ किसानों से वार्ता के समय उनके प्रमुख सचिव एस.पी गोयल व यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के चैयरमैन प्रभात कुमार भी मौजूद रहे।
भारतीय किसान यूनियन का भी एक प्रतिनिधिमंडल जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह व भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव पवन खटाना के साथ मुख्यमंत्री जी से मिला, जिससे में सुभाष चैधरी, जीवन सिंह, लाला रजनीकांत, राजे प्रधान व रविन्द्र भाटी आदि लोग मौजूद रहे। इस पर मुख्यमंत्री जी ने उनकी समस्याओं का निराकरण कराये जाने का पूर्ण आश्वासन दिया।