अगर देश बदलना है तो बदलनी होगी सोच : ममता शर्मा
ग्रेटर नोएडा: आज एचएस गार्डन में एक क्षय रोग को लेकर एक प्रतियोगिता इनामी कार्यक्रम का धीरज सिंह प्रधान के नेतृव में आयोजन किया गया । प्रतियोगिता में जीतने वाली छात्रा ईशा ,खुशबू ,अर्शी को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । इस मौके पर एसडी कन्या विघालय की प्रधानाचार्य ममता को एक बहेतर शिक्षिका व सामाजिक कार्य करने पर स्वास्थ्य विभाग की कार्यकर्ताओं द्वारा उनको शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया ।इस दौरान ममता शर्मा ने कहा कि हर कोई कहता है। बेटी हर फील्ड में बेटों से अव्वल है। उसके बाद भी बेटियां संख्या में लड़कों से पीछे क्यों हैं। बेटी की सुरक्षा के लिए क्यों परिजन चिंतित रहते हैं? इनकी सुरक्षा संख्या बढ़ाने के लिए हमें अपने घर से पहल करनी होगी।उन्होंने कहा कि अगर घर में महिला नहीं है तो सोच कर देखो उसे घर के हालात कैसे होंगे। महिला बेटे से लेकर, पति, सास, ससुर का ख्याल रखती है। लड़कियों की सुरक्षा के लिए हमें लड़कों काे संस्कार देने होंगे। ताकि वे हर लड़की की इज्जत करें। यह हमें अपने घर से ही शुरू करना होगा।
कानूनी और सामाजिक तौर पर कई खामियां हैं उन्हें दूर करना जरूरी है। तभी महिलाओं के प्रति पुरुषों का नजरिया बदलेगा। और तभी समाज में महिलाओं को हक भी मिलेगा। इसके लिए हमें ही प्रयास करने होंगे। स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त रजनी पाल ने कहा कि
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को हमें आजादी की लड़ाई जैसा जन आंदोलन बनाना होगा।लोगों को जागरूक करना होगा ताकि सोच बदले। सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी, तभी एक स्वच्छ समाज और स्वच्छ भारत का निर्माण संभव हो पाएगा। इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी शिरिष जैन ,धीरज सिंह प्रधान, राजकुमार, सपा नगर अध्यक्ष शरीफ सैफी ,नसीर सलमानी, होराम ट्रैक्टर एजेंसी चेयरमैन संजय सिंह चौधरी , पप्पी चौधरी, करप्शन फ्री इंडिया संस्थापक प्रवीण भारतीय, दिनेश नागर, अरुण नागर ,चंचल जैन, रवि एडवोकेट , सुनील भाटी ,सरजीत भाटी ,धर्मेंद्र कुमार, रजनी पाल, सुनीता प्रजापति, कमलेश कौशिक ,सर्वेश ,नीतू , खुशबू, ईशा ,चंचल कुमारी सहित मौजूद रहे।
— साभार: खालिद सैफी