किसानों ने किया एयरपोर्ट बनाये जाने का रास्ता साफ – धीरेन्द्र सिंह
किसानों ने किया एयरपोर्ट बनाये जाने का रास्ता साफ, 1220 हैक्टेयर में से 916 हैक्टेयर जमीन आने के बाद भूमि का आंकडा पहुॅचा 75 प्रतिशत के पार, पारोही गांव के अनुसूचित जाति के किसान भी हुये अपनी जमीन देने को तैयार , भूमिहीन परिवारों की सहमति के बाद एयरपोर्ट बनना लगभग तय यह बातें जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने आज रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कही हैं .
उन्होंने कहा जैसा कि विदित ही है कि 31 अगस्त 2018 तक जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट पर संकट के बादल मंडरा रहे थे, उसे देखते हुए जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने किसानों की सहमति दिलवाए जाने का दायित्व अपने कंधों पर लेते हुए गांव-गांव में पंचायतें आयोजित कर, किसानों को समझाया और उन्हें इस प्रदेश के विकास में भागीदार बनने की सलाह दी, जिसके चलते अब एयरपोर्ट बनने का रास्ता लगभग साफ हो चुका है।
आज दिनांक 07 सितम्बर 2018 को ग्राम पारोही में अम्बेडकर भवन में आयोजित एक चौपाल के बीच किसानों की एक-एक शंका का समाधान जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के द्वारा किया गया तथा उन्हें पूर्ण रूप से आश्वस्त किया कि ’’भूमि अधिग्रहण कानून में यदपि अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लिए विशेष प्रबंध किये गये हैं, लेकिन उसके बावजूद भी विस्थापित होने वाले किसानों की सहूलियत का पूरा ध्यान रखा जायेगा।” जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह से वार्ता के बाद किसानों ने स्वंय ही अपनी सहमति दिये जाने की इच्छा व्यक्त कर दी।
इसी प्रकार रोही गांव में मुआवजा बढाये जाने के लिए आंदोलनरत किसान श्री जयवीर सिंह व तेजपाल सिंह भी जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के आश्वासन के बाद अपने सहमति पत्र देने के लिए तैयार हुये। वहीं दयानतपुर गांव के संजय छौंकर, जोकि प्रारम्भ से ही एयरपोर्ट के लिए जमीन न दिये जाने की मुहिम चलाये हुये थे, उन्होने ने भी दर्जनों किसानों के साथ जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह को अपने सहमति पत्र सौंपे। आज तक लगभग 2335 किसान 916 हैक्टेयर जमीन पर सहमति दे चुके हैं।