“अदब की महफ़िल ” ने श्रोताओं को किया मंत्रमुग्ध
ग्रेटर नोएडा : शहर के आईआईएमटी कॉलेज में रविवार को ‘अदब की महफ़िल’ सजी। इसमें कई नामचीन शायरों और शहर के प्रतिष्ठित लोगों ने शिरकत। शहर के जाने माने कवि और लेखक ओम रायजादा के संयोजन और शायर दीक्षित दनकौरी की अध्यक्षता में कार्यक्रम आगे बढ़ा। इसमें गाजियाबाद से आए वरिष्ठ कवि गोविंद गुलशन, कानपुर के गजल और शेरो-शायरी के जाने-माने नाम सत्य प्रकाश शर्मा, कवि अनिमेष शर्मा और शायरा नीना सहर ने अपनी रचना सुनाकर उपस्थित श्रोताओं का दिल जीत लिया.
दीक्षित दनकौरी ने अपनी प्रसिद्ध रचना नाम मांझी न रहबर न हक में हवाएं हैं कश्ती भी जर्जर है यह कैसा सफर है रचना सुनाकर लोगों की जमकर वाहवाही लूटी. गोविंद गुलशन ने शेर “हम कह रहे हैं कि हवा है तो जल रहे हैं चिराग वह कह रहे हैं कि चिरागों से, चिरागों से जल रही है हवा” को लोगों द्वारा खूब सराहा गया . लोगों ने तालियां बजाकर गोविंद गुलशन का उत्साहवर्धन किया. सत्य प्रकाश शर्मा अनिमेष शर्मा नीना शहर ने भी कवि सम्मेलन में अपनी रचना रचना प्रस्तुत कर श्रोताओं को मन्त्र मुग्ध कर दिया .