ग्रेटर नोएडा में जगह-जगह आयोजित हुआ कार्यक्रम “एक दीप शहीदों के नाम”
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर शहीद दरियाव सिंह नागर चौक जुनैदपुर गाँव में मोमबत्ती जलाकर भारत माता के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी।
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर तहसील दादरी में एक दीप शहीदों के नाम का आयोजन किया गया।
सावित्री बाई फूले बालिका इंटर कॉलेज में एक दीप शःहेदों के नाम कार्यक्रम
स्वतन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर “एक दीप शहीदों के नाम” कार्यक्रम में अथारिटी गोलचक्कर पर शहर के नागरिक, महिला उत्थान समिति, नवरत्न फाउन्देशन, चित्रांश फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा दीप जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी .
शारदा यूनिवर्सिटी में दीप जलाकर एक दीप शहीदों के नाम आयोजित किया गया.
अल्फा 1 स्थित सेंट जोसफ स्कूल में एक दीप शहीदों के नाम कार्यक्रम में दीप जलाया गया .
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल नोएडा इकाई द्वारा हर वर्ष की भांति ” कुछ याद उन्हें भी करलो जो लौट के घर ना आये” कार्यक्रम के तहत स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सेक्टर 27 तिकोना पार्क पर जिला उपाध्यक्ष महेंद्र कटारिया के संयोजन मे देश के उन वीर शहीदों की शहादत को दीप जलाकर याद किया गया और श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर अभिनदंन भदौरिया, महामंत्री मनोज भाटी, संदीप चौहान, दिनेश महावर, प्रवक्ता चंद्रप्रकाश गौड़, एस के जैन, महेंद्र कटारिया, बाबुलाल बंसल, पुष्पेंद्र सिंह, सतीश गर्ग, नीरज कश्यप , जयबीर, एस. एन. पांडे, विनोद सिंह, सहित सेक्टरवासी एवं अन्य व्यापारी मौजूद रहे ।
स्वतन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर किसान कामगार मोर्चा संगठन के युवा कार्यकर्ताओं ने कनारसी गाँव के प्राइमरी स्कूल में दीप जलाकर भारत माता के अमर शहीदों को याद किया व श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर सतीश कनारसी ने कहा कि हमारे देश के शहीदों ने वतन को आजाद कराने में अपने प्राणों की हँसते हँसते बाजी लगा दी। उनके बलिदान का ही परिणाम है कि हिन्दुस्तान की आवाम को एक लम्बी मानसिक गुलामी, शारारिक यातना और अंग्रेजो के देश पर किये गये अत्याचारों और शोषण की नीतियों से मुक्ति मिली। हम सभी देशवासियों का कर्त्तव्य बनता है कि शहीदों का सम्मान करते हुऐ देश के प्रति किये गये उनके समर्पण को याद करना चाहिए और साथ ही युवाओ का दायित्व बनता है कि उन शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए अपने पूरे सामर्थ के साथ देश के समग्र विकास में अपनी भूमिका निभाये। भले ही देश की आजादी का इतिहास शहीदों के खून से लिखा गया हो लेकिन भारत की सम्रद्धि और विकास का इतिहास ईमानदारी और शान्ति के पथ पर चलकर ही प्राप्त किया जा सकता है। इस मौके पर सतीश कनारसी,ललित नागर,मनीष नागर ,शिवा नागर,दिनेश नागर,सतेन्द्र नागर,सौरभ नागर,राहुल नागर,सुमित नागर,सुधीर नागर,प्रिंस नागर,सनोज नागर,हैप्पी नागर,आदि कार्यकर्ता व बच्चे मौजूद रहे।