जी.एल. बजाज में ‘‘स्टूडेन्ट लिडरशीप फाॅर सक्सेस’’ विषय पर सिम्पोजियम का आयोजन
ग्रेटर नोएडा : जी.एल. बजाज काॅलेज ग्रेटर नोएडा में सिम्पोजियम का आयोजन ‘‘स्टूडेन्ट लिडरशीप फाॅर सक्सेस’’ विषय पर जी.एल. बजाज के वाईस चेयरमैन पंकज अग्रवालजी के प्रेरणादायी सानिध्य व कुशल नेतृत्व में प्रबन्धन विभाग द्वारा आयोजित किया गया। सिम्पोजियम का प्रारम्भ प्रबन्ध संस्थान के डीन प्रोफेसर डाॅ. मुकुल गुप्ता जी द्वारा आमंत्रित वक्ताओं ब्रिगेडियर डाॅ. सुनील मोदगील (अंतर्राष्ट्रीय मास्टर ट्रेनर व मोटीवेटर माॅडलेड), डाॅ. कमलेश मिश्रा (हायर एजुकेशन विशेषज्ञ व इंस्टीट्यूशन बिल्डर, हाॅवर्ड एलुमनी तथा पूर्व कुलपति औरो विश्वविद्यालय गुजरात तथा अंसल विश्वविद्यालय गुरुग्राम), श्री डी0के0 वक्शी (सीईओ-ग्लोबल टेलेन्ट कं0 लि0, थाईलैंड) एवं श्री गौतम गोपाल (डायरेक्टर-टैलेन्टबाजार व आई.आई.एम. शिलांग एलुमनी) के स्वागत तथा उनके उद्बोधन से हुआ। अपने उद्बोधन में प्रो0 डाॅ0 मुकुल गुप्ताजी ने छात्रों के नेतृत्व के विकास और सफल नेतृत्व के लिए आवश्यक गुणों के अर्जन तथा उनका सफलतापूर्वक प्रयोग जो प्रबंधकीय सफलता सुनिश्चित करें विषय पर चर्चा की।
सिम्पोजियम में ब्रिगेडियर डाॅ. सुनील मोदगील ने छात्रों को अपने जीवन में कड़ी मेहनत व सतत लगन के द्वारा लक्ष्य प्राप्ति की चर्चा के अन्तर्गत धीरूभाई अम्बानी के द्वारा अपनी मां को दिये गए वचन कि ‘‘मैं पैसों का ढेर लगा दूंगा’’ इसे साकार करने के लिए उनकी संघर्षरत जीवन तथा रिलायंस इण्डस्ट्रीज की स्थापना की चर्चा करते हुए छात्रों से कहा कि अब आपकी बारी है। छात्रों को बाॅस्केलबाॅल प्लेयर टायरन की कहानी बताई कि छोटा कद का होते हुए भी यह विश्व का महान बाॅस्केटबाॅल प्लेयर बना। क्योंकि टायरन ने हार्डवर्क, डीटरमिनेशन व स्वयं में विश्वास सरीखे गुण विद्यमान थे। इस महान बाॅस्केटबाल प्लेयर टायरन ने अपने स्ट्रेन्थ पर ध्यान दिया न कि विकनेस पर। डाॅ. कमलेश मिश्रा ने पाॅवर आॅफ इमेजिनेशन के द्वारा छात्रों को बताया कि जो आप सोचते हैं वही आपको मिलता है। अतः आप बड़ा सोचें तभी बड़ी उपलब्धियां हासिल होंगी। आर्म विसलिंग तथा माउन्टेन क्लाईम्बिंग का उदाहरण देते हुए लक्ष्य के निर्धारण एवं उसे प्राप्त करने के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की चर्चा की। श्री डी0के0 वक्शी ने हेण्ड एंड फेस गेम के द्वारा छात्रों को केवल व केवल अपने लक्ष्य को फोकस करने की शिक्षा दी। क्योंकि जब तक लक्ष्य नहीं होंगे, आप उसे प्राप्त नहीं कर सकते।
श्री गौतम गोपाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि छात्र जीवन सबसे सुनहरा जीवन का भाग होता हैं। इन दिनों जो छात्र कठिन परिश्रम करता है वह अपने भविष्य को उज्जवल बनाता है। छात्र जीवन में कठिन परिश्रम व सुस्पष्ट लक्ष्य छात्रों की सफलता का आधार होता है। छात्रों को पहले अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए तथा उसे प्राप्त करने के लिए अपना सर्वोत्तम प्रयास करना चाहिए। छात्र जीवन में नेतृत्व के गुणों का सृजन होता है। इसे पहचानना अति आवश्यक है क्योंकि सफल नेतृत्व सफल ग्रुप के बेस्ट परफारमेन्स पर निर्भर करता है।
अन्त में संस्थान की प्रमुख प्राफेसर डाॅ. दीपा गुप्ता जी ने आमंत्रित वक्ताओं का आभार व्यक्त किया तथा छात्रों को वैश्विक नेतृत्व के गुणों के बारे में बताते हुए उनकी विधियों व सिद्धान्तों को सीखने के लिए प्रेरित किया। इस सिम्पोजियम में प्रबंधन विभाग के समस्त छात्र व अध्यापकगण उपस्थित थे।