Bigg Boss 12 के दलहीज तक पहुंचे ग्रेनो के रॉबिन गुर्जर
ग्रेटर नोएडा : पंजाबी सिंगर अमृत मान की नक़ल करते-करते ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी गांव के रॉबिन गुर्जर बिग बॉस की दहलीज तक पहुंचने में कामयाब रहे हैं। अब आगामी 28 अगस्त को होने वाले पर्सनल इंटरव्यू को पास करते ही उनकी एंट्री बिग बॉस के सीजन-12 में हो जाएगी। इधर उनकी इस कामयाबी पर गांव में खुशी का लहर है। वह अपने परिवार वालों और दोस्तों के साथ मिलकर गांवों और विभिन्न शहरों में जाकर अपने लिए समर्थन जुटाने में लग गए हैं।
बता दें रॉबिन गुर्जर के पिता दशरथ भाटी भारतीय वायुसेना में अधिकारी हैं। उनकी तैनाती दिल्ली में है। वहीं रोबिन की मां कमलेश गृहणी हैं। रॉबिन ने बताया कि उनका चेहरा पंजाबी सिंगर अमृत मान से मिलता जुलता है। लिहाजा उनकी तरह स्टाइल अपना रखी है। वैसे ही दाढ़ी और चश्मा पहनते हैं। खेतों में काम करने से लेकर गाय को चारा खिलाने तक का काम वह देसी अंदाज में करते हैं। रॉबिन का कहना है कि उन्हें बचपन से ही स्टाइल में रहने का शौक था। दोस्तों ने प्रेशर डाला तो मोहाली में मॉडलिंग भी सीखी।
ऐसे हुआ चयन
रोबिन ने गांव के घेर में ट्रैक्टर चलाते हुए अपनी विडियो तैयार कर बिग बॉस सीजन-12 के लिए भेजी थी, जिसे सेलेक्ट कर लिया गया । इससे पहले पिछले साल भी उन्होंने विडियो भेजी थी, लेकिन तब वह सेलेक्ट नहीं हुई थी। सिलेक्शन के लिए अब तक वह कई बाधाओं को पार कर अंतिम चरण में पहुंच चुके हैं। अब 28 अगस्त को निर्णायक इंटरव्यू होना है। उन्हें उम्मीद है कि इसे भी वह पास कर लेंगे।
रॉबिन का झुकाव मॉडलिंग की तरफ रहा। उन्होंने डीयू के श्यामलाल कॉलेज में ग्रेजुएशन में प्रवेश लिया था, लेकिन बीच में पढ़ाई छोड़ दी। उनकी हसरत बन्ने की है । इसके लिए उन्हें बिग बॉस सबसे बेहतर विकल्प दिखा।
रॉबिन ने बताया कि बिग बॉस विजेता मनवीर गुर्जर से उन्होंने प्रेरणा मिली कि दिल और सच्चाई से खेलो तो आपका रास्ता कोई नहीं रोक सकता है। मनवीर गुर्जर ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
रॉबिन के इस सफर में उनकी दादी श्यामवती की अहम् भूमिका रही है। दादी ने कहा है कि वह पैसा या शोहरत नहीं चाहती। बस पोते की चाहत पूरी हो जाए। रॉबिन ने दादी के साथ फेसबुक पर फोटो शेयर कर लोगों से सपोर्ट भी मांगा है। इसके अलावा मां कमलेश, पिता दशरथ, बड़े भाई विकास, चाचा सनोज दोस्त सुमित और प्रदीप उनका हर कदम पर सपोर्ट कर रहे हैं। मां कमलेश ने कहा कि, वह जो भी करे, सोच-समझ कर करे।