रेस्क्यू के दौरान अभी तक 3 शव निकाले गए
ग्रेटर नोएडा । बिसरख कोतवाली क्षेत्र के शाहवेरी गांव ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बन रहे निर्माण दो बिल्डिंग बीती रात गिर जाने से लगभग 20 लोगों की मलबे मैं दबे होने की आशंका जताई जा रही है। देर रात एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर रातभर रेस्क्यू किया। वही अभी भी रेस्क्यू जारी है। मिली जानकारी के अनुसार अभी तक बिल्डिंग के मलवे से 6 बजे तक 3 शवों को निकाला जा चुका है। बचाव कार्य अभी भी जारी है। जानकारी के अनुसार दिल्ली जामिया निवासी बिल्डर बताया जा रहा है। इन मकानों को काशिम ब्रोकर लोगों को फ्लेट बेचा करता है। वहीं पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। लोगों के अनुसार इस बिल्डिंग में कुछ परिवारों के साथ-साथ बगल वाली बिल्डिंग में मजदूर भी रह रहे थे। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। आसपास के लोगों की यहां भीड़ जमा हो गई है। वही आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। हालांकि वही भारत की तमाम मीडिया जगत के टीवी चैनल और प्रिंट मीडिया इस खबर को प्रमुखता से उठा रहे हैं।
वहीं एक बड़ा सवाल यह भी खड़ा होता है कि शाहबेरी गांव की आबादी की इस जमीन पर जिस तरह से निजी बिल्डर सौ गज के प्लॉट पर 7 से 8 मंजिला इमारत बना रहे हैं। क्या बगैर प्राधिकरण के एनओसी के बावजूद भी बिल्डर प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से बगैर मानकों के आधार पर इमारतें बनाई जा रही हैं। वह एक सवालिया निशान पुलिस पर भी खड़ा होता है कि क्या इस तरह के अवैध निर्माण पर पुलिस और प्राधिकरण की नजर नहीं गई। जब एक बड़ा हादसा हुआ तो प्राधिकरण पुलिस मामले में दोषियों को सजा देने की बात कर रहे हैं।