आईआईएमटी के छात्रों ने बनायी भारत की पहली स्वदेशी स्मार्ट दिव्यांग व्हील चेयर
ग्रेटर नोएडा : नॉलेज पार्क 3 स्थित आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्रों ने स्वदेशी तकनीकी एवं कम लागत में भारत की पहली स्मार्ट दिव्यांग व्हील चेयर बनायी है। इसमें इस्तेमाल की गयी टेक्नोलॉजी के साथ साथ इसमें लगाए गए विभिन्न यंत्र भी पूर्ण रुप से स्वदेशी है। यह प्रोजेक्ट सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा प्रायोजित है।यह आपकी आवाज को टेक्स्ट् में कनर्वट करेगा और उस टेक्स्ट् के आधार पर कंट्रोलर निर्देश का पालन करेगा।इसमे प्रोफेसनल अल्ट्रासोनिक सेन्सर का प्रयोग किया गया है जो सामने आने वाली बाधा को पहले से भांप कर उसकी सूचना देगा.
इसके बाद व्हील चेयर वहीं रुक जाएगी और अपना रास्ता बदल लेगी। इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर राजीव कुमार ने बताया कि छात्रों ने 16 महीने की कडी मेहनत के बाद इसे तैयार किया है।इसमें जॉय-स्टीक की जगह टीएफटी टच स्क्रीन का प्रयोग किया गया है जिससे इसका प्रयोग करने में सुविधा होगी। टीएफटी में जीयूआई की मदद से स्लाइडर बनाया गया है जिससे स्पीड एवं दिशा को कंट्रोल किया जा सकता है।
टीएफटी टच स्क्रीन पर ही बैटरी स्टेटस भी दिखता रहता है। इस तरह के व्हील चेयर की बाजार में कीमत 2 से 2.5 लाख है जबकि आईआईएमटी के छात्रों द्वारा बनाये गये स्मार्ट दिव्यांग व्हील चेयर की लागत मात्र 20000 रुपये है l प्रोफेसर एस के महाजन एवं प्रोफेसर राजीव कुमार के निर्देशन में इसे निर्भय तिवारी, नितिन एवं निश्चल और उनकी टीम ने 16 महीने के कठिन परिश्रम से तैयार किया है। आईआईएमटी कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक मयंक अग्रवाल ने कहा कि स्मार्ट दिव्यांग व्हील चेयर बनाने वाले सभी छात्र बधाई के पात्र हैं।उन्होंने इसके लिये मेहनत एवं कठिन परिश्रम किया जिसका परिणाम उनको प्राप्त हुआ है।साथ ही उन्होने सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय का धन्यवाद किया जिसने इस प्रोजेक्ट के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी। आईआईएमटी कॉलेज समूह रिर्सच करने वाले शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करता है।