शारदा विश्वविधालय में कैमरून का दल प्रबंधन विकास कार्यक्रम के लिए पहुंचा
ग्रेटर नोएडा : शारदा विश्वविधालय में अब देश ही नहीं विदेशों से भी प्रबंधन के व्यावसायिक गुण सिखने के लिए कई संगठनों ने संपर्क किया है| इसी कड़ी में अफ़्रीकी देश कैमरून के मैनेजमेंट उच्य अधिकारीयों का समूह शारदा विश्वविधालय पहुंचा| स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज के द्वारा आयोजित इस दो सप्ताह के प्रबंधन विकास कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों को “भावनात्मक खुफिया और टीम कार्य” पर अलग अलग पहलुओं को विस्तृत रूप से समझाया जायेगा | इस कार्यशाला को तीन वर्ग में विभाजित किया गया है जिनमें (i ) कॉर्पोरेट प्रोफेशनल्स के बीच भावनाओं और मनोदशाओं की बेहतर समझ पैदा करना , ii) कॉर्पोरेट संस्कृति में सहानुभूति की भूमिका को कम करने और निष्पादित करने के लिए, iii) टीम की स्थिति में प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए ‘नियंत्रण के ठिकाना ‘ को समझकर टीम- एक कॉर्पोरेट संरचना में काम करते हैं।
शारदा विश्वविधालय के स्कूल ऑफ़ बिज़नेस स्टडीज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ हरी शंकर श्याम को इस कार्यशाला का संयोजक नियुक्त किया गया है | डॉ हरी पहले भी कई देशों में इस तरह का कार्यशाला का आयोजन कर चुके हैं| प्रबंधन विकास कार्यक्रम से विदेशों के छात्र जो शारदा विश्वविधालय में अध्ययन कर रहे हैं उन्हें काफी लाभ पहुंचेगा| इसके माध्यम से उन्हें नौकरी के लिए भी तैयारिओं में मदद मिलेगा|
शारदा विश्वविधालय के चांसलर पी के गुप्ता ने अंतरास्ट्रीय सम्बन्ध विभाग के निदेशक अशोक दरयानी को इस तरह के कार्यशाला आयोजन के लिए बधाई दिया | उन्होंने कहा की भारत तथा शारदा विश्वविधालय के लिए गर्व का बात है की कैमरून के इस उच्य अधिकारीयों के समूह के लिए हमें चुना| भारत के शिक्षण पद्दति का पहले से ही पूरा विश्व लोहा मानता रहा है | डीन मुकेश चतुर्वेदी ने आशा व्यक्त किया की जल्दी ही हम अन्य देशों के लिए भी प्रबंधन विकास कार्यक्रम का आयोजन करेंगे|