शूगर के मरीजों को आलू, चावल व चीनी को देनी होगी तिलांजलि
Greater noida:दिनांक 02-06-2018 को सम्मति प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में परिचर्चा का आयोजन किया गया| इस परिचर्चा में प्रकाश डालने हेतु एलडिको गर्ीन मीडोज सीनियर सिटीज़न ग्रुप के सदस्यों के साथ डाक्टर राजेश कुमार सिंह ने भाग लिया। प्रारंभिक उपस्थिति की औपचारिकता के उपरान्त डाक्टर राजेश ने कक्ष में प्रवेश किया और आपसी अभिवादन के बाद उन्होंने अपनी बात प्रारंभ की। उन्होंने मुख्य रूप से Asthma, Bronchitis, Diabetes, High Blood pressure जैसी लाइलाज बीमारियों की प्राकृतिक रूप से इलाज करने पर प्रकाश डाला। उनके द्वारा बताया गया कि इस पद्धति से इलाज में दवाओं की आवश्यकता नहीं होती है,अपितु अपने रहने -सहन में परिवर्तन करना होगा। हमारे खान -पान व रहन सहन में आराम तलबी, कसरत न करना तथा स्वाद के कारण अलाभकारी भोजन करना सेहत बिगड़ने का मुख्य कारण है। उन्होंने उक्त सभी बीमारियों के इलाज के लिए संछिप्त में क्या खाएं और क्या न खाएं तथा सेहत के लिए शारीरिक करतें किस प्रकार की होनी चाहिए, इस पर प्रकाश डाला और उपस्थित सदस्यों के प्रश्नों के उत्तर दिए। मुख्य रूप से निम्न बातों का हमें ध्यान रखना चाहिए -समय से खाना चाहिए,रात में खाना खाने के बाद कुछ टहलना चाहिए|किसी भी मरीज को बीमारी से निजात पाने के लिए सबसे पहले यह प्रण करना होगा कि हमें इस बीमारी से निजात पाने के लिए उस किसी काम को नहीं करना होगा जिससे यह बीमारी बढ़ सकती है। हफ्ते में एक बार उपवास जरूरी है। शूगर के मरीजों को आलू, चावल व चीनी को तिलांजलि देनी होगी। फास्ट फूड सीधी ग्लूकोज बनाते हैं इन्हें भी दूर रखना चाहिए। खाने में मोटा अनाज, बदल बदल कर दालों व बीन्स को खाना चाहिए।