ग्रेटर नोएडा : नेफोमा ने प्रभारी मंत्री से मुलाकात कर सुनाया लाखों बॉयर्स का दर्द
ग्रेटर नोएडा : ग्रेनो वेस्ट व नोएड़ा के लाखों फ्लेट बॉयर्स की समस्याओं को लेकर नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान के साथ सेक्टर 123 कूड़ा डम्पिंग यार्ड का विरोध करने वाली संस्था पर्यावरण सुरक्षा संगठन के पदाधिकारियो ने गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा में प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह से मुलाकात कर कई वर्षों से चली आ रही फ़्लैट बॉयर्स समस्याओं से अवगत कराया. बॉयर्स प्रतिनिधि मंडल ने कहा लगाया कि एक साल से ज्यादा वक्त पूरा हो गया है उ०प्र० में सरकार बने हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की थी कि उ०प्र० में अगर मेरी सरकार बनी तो ग्रेटर नोएडा, नोएड़ा, गाजियाबाद के फ्लैट बॉयर्स को घर दिलाना उनकी पहली प्राथिमिकता होगी. सभी बॉयर्स ने वोट दिए और गौतम बुद्ध नगर की तीनों सीटे व गाज़ियाबाद से सभी सीटे पार्टी जीत गयी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी बनाए गए, फ्लेट बॉयर्स को बहुत ख़ुशी हुई कि आठ साल से फ्लेट का इंतजार कर रहे थे, अब घर जल्द मिल जाएगा, मुख्यमंत्री ने फ्लेट बॉयर्स और विधायक, अधिकारियों की साझा मीटिंग लखनऊ में कराई, मुख्यमंत्री ने बॉयर्स की समस्याओं की गंभीरता को समझते हुए तुरंत तीन मंत्रियों की समिति गठित कर दी जो बिल्डर बॉयर्स की समस्याओं का अवलोकन करा कर उनको जल्द घर दिलाती, मंत्री समिति ने कई बार आकर मीटिंग की बॉयर्स का आरोप है बिल्डर से बंद कमरे मीटिंग जबकि फ्लेट बॉयर्स से सिर्फ शिकायत पत्र लेने तक ही सीमित रहे जिसके कारण समस्याए हल नही हुई, प्राधिकरण के अधिकारी फ्लेट बॉयर्स की सुनते नही है.
अरबिन्द श्रीवास्तव ने बताया प्रोजेक्ट वेदांतम रेडिकोन इंफ्रास्ट्रक्चर & हाउसिंग प्रा० लि० जो कि प्लाट न० -1B, Sector -16c में स्थिति है का हवाला देते हुए बताया 5 एकड़ की सोसाइटी बिल्डर पिछले 8 साल 2010 से बना रहा है जिसका पोजीशन की तारीख बिल्डर ने फ्लेट बॉयर्स को 2014 की दी थी फ्लेट बॉयर्स के धरना प्रदर्शन के बाद पोजीशन की तारीख हर बार बिल्डर बढ़ाता रहा और फ्लेट बॉयर्स को गुमराह करता रहा, साल 2016 से बिल्डर की साइट पर कार्य बिल्कुल ठप्प है कोई लेबर नही रहती, समय समय पर प्राधिकरण को भी अवगत कराया गया कि बिल्डर काम नही कर रहा है जिसके कारण सैकड़ों बॉयर्स परेशान है ।
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने प्रभारी मंत्री से मांग की है प्रोजेक्ट की जांच कराए और देखे कि बिल्डर ने सिर्फ पैसे बसूलने के लिए प्राधिकरण से टीओसी हासिल की है अगर बिल्डर कानून के मुताबिक काम नही कर रहा और सेकडो फ्लेट बॉयर्स को परेशान कर रहा है तो क्यो न बिल्डर की टीओसी को निरस्त किया जाए, हर इन्सान का घर एक सपना होता है और बिल्डर उस सपने पर डाका डाल रहे है, मुख्यमंत्री से बात कर जल्द फ्लेट बॉयर्स को बिना एक्सट्रा चार्ज के फ्लेट दिलाए.
पर्यावरण सुरक्षा संघठन के प्रमुख सुदेश यादव ने मंत्री को बताया नोएड़ा सेक्टर 123 में नोएड़ा प्राधिकरण द्वारा यह योजना जबरन लाई जा रही है, सैक्टर 123 किसी भी प्रकार के कूड़ाघर’ /Solid Land Fill बनाने के लिए सही स्थान नहीं हैं। सैक्टर 123 के आस-पास सघन आबादी क्षेत्र है जहां केवल 10 से 150 मीटर के दायरे में सैक्टर 121, परथला खंजरपुर ,सैक्टर 122 ,बहलोलपुर गाँव, गढ़ी चौखंडी, सैक्टर 119, 120,70,71 सैक्टर आदि गाँव एवं अनेक ग्रुप हाउसिंग सोसाइटीयां हैं जिनमें कुल मिलाकर करीब 500000 लोग रहते हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों निवासी भी इसी रास्ते का इस्तेमाल करेंगे, इसके साथ ही कई किलोमीटर तक बदबू रहेगी, -इस क्षेत्र के चार किलोमीटर के दायरे में बीस गाँव, बीस सेक्टर और सैकड़ो आवासीय सोसाईटीज मौजूद हैं! निवासियों के सामान्य स्वास्थ्य पर गंभीर और घातक प्रभाव पड़ेंगे । हमारी जिंदगीयाँ कई संक्रामक बीमारियों से ग्रस्त हो जायेगीं और नोएडा प्राधिकरण के इस प्रोजेक्ट के द्वारा हम लोगो को असमय मरने के लिए मजबूर किया जायेगा
मीटिंग में अन्नू खान ,विक्रम सेठी ,सुदेश कुमार,कर्नल पी चंद्रा,अनुपम ओबराय , अभय सिंह, अरविन्द श्रीवास्तव, मधुप मिश्रा, आसिम खान, रवि , विक्रम सेठी, दिनेश ठाकुर, आदि सदस्य उपस्थित रहे ।