ड्रग्स देकर 12 वीं के छात्र को मारने का आरोप : नाइजेरियन्स पर है शक
ग्रेटर नोएडा : कासना कोतवाली क्षेत्र में स्थित एनएसजी सोसायटी में रहने वाले 12वीं के छात्र की संदिग्ध परिस्थिति में मौत का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि छात्र को नाइजीरियन युवकों ने अधिक मात्रा में ड्रग्स का नशीला इंजेक्शन दिया। उसको खून की उल्टी हो रही थी। इसी वजह से उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। डाक्टरों ने भी आशंका जताई है कि नशे में ही छात्र की मौत हुई है। छात्र के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। छात्र के परिजन ने नाइजीरियन युवकों के खिलाफ अपहरण व ड्रग्स देने की शिकायत पुलिस से की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
मूलरूप से बुलंदशहर के शेरपुर गांव के रहने वाले किरणपाल सिंह खारी शहर की एनएसजी सोसायटी में अपने परिवार के साथ रहते है। वह प्रापर्टी डीलर है। उनका 19 वर्षीय बेटा मनीष खारी 12वीं की पढ़ाई जेपी इंटरनेशनल स्कूल से कर रहा था। छात्र शुक्रवार रात साढ़े सात बजे घर के सामने टहल रहा था। अचानक छात्र वहां से गायब हो गया। रात भर सोसायटी में हंगामा हुआ कि नाइजीरियन युवकों ने छात्र का अपहरण कर लिया है। सोसायटी में ही रहने वाले नाइजीरियन युवकों के घर में परिजन घुस गए। पुलिस भी मौके पर आ गई। पुलिस द्वारा मकान की तलाशी न लेने के बाद लोग खुद ही नाइजीरियन छात्रों के मकान में घुस गए। रात दो बजे तक नाइजीरियन युवकों के घर का सर्च ऑपरेशन चला। लेकिन छात्र नहीं मिला। शनिवार सुबह नौ बजे खुद से छात्र अपने घर पहुंचा। वह नशे की हालत में था। उसको उपचार के लिए परिजन ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया। शनिवार शाम छात्र की उपचार के दौरान मौत हो गई। छात्र की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। परिजन की मानें तो डाक्टरों ने कहा है कि छात्र को अत्यधिक मात्रा में जबरन नशा कराया गया है। इसी वजह से उसकी छाती में दर्द हुआ और दर्द वह नहीं सह पाया।
छात्र मनीष जब खाना खाकर टहल रहा था तो उसके साथ उसका छोटा भाई हर्ष भी था। कुछ देर बाद वह घर के अंदर यह कहकर चला गया कि वह पापा को बुलाकर लाता है। जब हर्ष व किरणपाल बाहर आए तो उन्होंने देखा कि मनीष वहां से गायब है। इसके बाद हर्ष ने अपने पिता किरणपाल को बताया कि मनीष जहां टहल रहा था वह एक कार खड़ी थी और कुछ नाइजीरियन युवक थे। दोनों ही वहां से गायब है। इस वजह से परिजन को नाइजीरियन पर शक है।
कासना पुलिस ने अपहरण का आरोप लगने के बाद नाइजीरियन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। लेकिन जब शनिवार सुबह मनीष मिल गया तो पुलिस ने युवकों को छोड़ दिया। अब उपचार के दौरान मनीष की मौत हो जाने से नाइजीरियन युवक फिर से निशाने पर है।
सोसायटी में चर्चा यह भी है कि मनीष खुद से घर नहीं आया था, बल्कि सोसायटी के समीप जंगलों में मिला था। उसने चप्पल भी नहीं पहन रखी थी। सूत्रों की मानें तो मनीष के हाथ में इंजेक्शन के निशान भी मिले है।
अभिनंदन, सीओ प्रथम ने बताया पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह पता चल पाएगा कि छात्र की मौत कैसे हुई है। परिजन ने नाइजीरियन युवकों पर अपहरण व नशे का इंजेक्शन देने के आरोप लगाए है। आरोपों की जांच की जा रही है। जल्द ही घटना से पर्दा उठेगा।