दीपालय-एशियन पेंट्स स्टेडी परियोजना की वार्षिक समापन समारोह मनाया गया
ग्रेटर नोएडा : नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश हमारे देश के महिलाओं के खिलाफ आपराधिक के मामलों में सबसे ऊपर है। दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाको में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हिंसा को रोकने के लिए, बालिकाओ की शिक्षा और उनका आत्मरक्षा-प्रशिक्षण अभी बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए, एशियन पेंट्स लिमिटेड ने अपनी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) गतिविधि के तहत शुरू की गयी परियोजना स्टेडी (सपोर्ट फॉर ट्रेनिंग एजुकेशन एंड डेवलपमेंट ऑफ़ युथ), जो की दीपालय द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है और लड़कियों को सशक्त बनाने की मांग करता है, ताकि वह बिना किसी डर के अवांछित घटनाओं का सामना कर सके।
इस परियोजना के चार वर्ष पूरे होने के अवसर पर, स्टेडी परियोजना का एक वार्षिक समापन समारोह सावित्री बाई फुले बालिका इंटर कॉलेज ऑडिटोरियम, कासना, ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया गया। जहां उपस्थित छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, स्कूलों के प्रधानाचार्यो, माता-पिता, व अन्य लोगो का उनके योगदान और भागीदारी के लिए सम्मानित किया गया। दादरी के विधायक श्री तेजपाल सिंह नागर; श्रीमती मीना सिंह, शिक्षा अधिकारी, ग्रेटर नोएडा एजुकेशन सोसाइटी; श्री ए जे फिलिप, सचिव और मुख्य कार्यकारी, दीपालय और अन्य गणमान्य व्यक्तिगण इस समारोह में उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ की गई। श्रीमती जसवंत कौर, कार्यकारी निदेशक, दीपालय ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और परियोजना स्टेडी के प्रभाव पर चर्चा की। सरकारी प्राथमिक विद्यालय, सलेमपुर, गुज्जर के छोटे बच्चो ने एक नृत्य प्रदर्शन से दर्शको का मनोरंजन किया।
तेजपाल सिंह, विधायक, दादरी, जो इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, इस महान पहल को सफलतापूर्वक चलाने के लिए एशियन पेंट्स और दीपालय के अधिकारियों को बधाई दी। श्री सिंह ने कहा, “इस तरह की पहल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत ज़रूरी है। मुझे यह देखकर बेहद खुशी है कि दीपालय एनजीओ और एशियन पेंट्स इस क्षेत्र के हजारों लड़कियों को अभूतपूर्व अवसर प्रदान करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।”
ग्रेटर नोएडा एजुकेशन सोसाइटी के शिक्षा अधिकारी, श्रीमती मीना सिंह ने भी पहल की सराहना करते हुए छात्रों को इस सीएसआर परियोजना के अंतर्गत अवसरों का लाभ उठाने की सलाह दी।
ए जे फिलिप, सचिव और मुख्य कार्यकारी, दीपालय ने कहा, “दीपालय यहाँ और आसपास के बच्चों की साक्षरता दर में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हालांकि, जब हमने एशियन पेंट्स के साथ प्रोजेक्ट स्टेडी की शुरुआत की थी, तो हमारा दृष्टिकोण पर्याप्त रूप से लड़कियों को सक्षम बनाने का था। यदि वह खुद को कठिन परिस्थितियों में पाती है तो उनका सामना बिना डरे कर सके। पिछले 4 वर्षों में, परियोजना स्टेडी के तहत, ग्रेटर नोएडा के दनकौर ब्लॉक में 30,000 से अधिक लड़कियों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जा चूका है। अगर हमारे कॉर्पोरेट पार्टनर इस कार्यक्रम को भविष्य में भी जारी रखते है तो, हम अधिक से अधिक बच्चों को विकसित करने में सहायता कर सकेंगे।”
इस साल, पिछले वर्षों की तरह सुचारु रूप से चलने वाले आत्मरक्षा कार्यक्रम के अलावा, एशियन पेंट्स के समर्थन के साथ दीपालय ने TABLAB के द्वारा डिजिटल शिक्षा को भी बढ़ावा दिया, जिसके अंतर्गत 500 से अधिक छात्रों को लाभ मिला। सलेमपुर गुज्जर सरकारी प्राथमिक विद्यालय में स्कूल छोड़ने की सम्भावना वाले छात्रों की संख्या को कम करने के लिए एक अनूठी परियोजना भी शुरू की गई, जो अब तक की बड़ी सफलता साबित हुई है। स्कूल में नामांकन संख्या पिछले 6 महीनो में काफी हद तक बढ़ी है।
लाला लाजपत राय इंटर कॉलेज के छात्रों ने “नई टेक्नोलॉजी को सीखना कितना खुश करता है” पर एक नाटक प्रस्तुत किया। सरकारी प्राथमिक विद्यालय, सलेमपुर गुज्जर के छात्रों ने “शिक्षा के महत्व” पर एक अभिनय दिखाया। सावित्री बाई फुले बालिका इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा आत्मरक्षा कौशल के असाधारण प्रदर्शन ने निसंदेह दर्शकों का मन मोह लिया और इस कार्यक्रम की अत्यधिक सराहना की गई।
इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान, इस वर्ष परियोजना स्टेडी के तहत सफलतापूर्वक आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र व् 10 स्कूलों के प्रधानाचार्यो को स्मृती चिन्ह भी वितरित किए गए।
सौमित्र जोशी, मैनेजर एचआर, एशियाई पेंट्स ने कार्यक्रम के लाभार्थियों से बातचीत की और छात्रों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही एशियन पेंट्स के सीएसआर विभाग से नेहा नेगी भी वहां मौजूद थीं। समारोह में श्री रॉय चेरियन राज, प्रोजेक्ट-इन-चार्ज स्टेडी द्वारा धन्यवाद देते हुए समारोह का समापन किया गया। अंत में राष्ट्रीय गान भी किया गया।