लीडर बने फॉलोवर नहीं – कुसुम चोपड़ा
नोएडा। आज के वक़्त में हर इंसान को पता है की उसके ऊपर किस तरह की ड्रेस अच्छी लगती है। और उसी में बदलाव करके वो खुद का डिज़ाइन क्रिएट कर सकता है। फैशन को फॉलो करने से अच्छा है की आप खुद को फॉलो करे और खुद को एक फैशन आइकॉन बनाये और जो खुद के लिए अच्छा कर सकता है। वो किसी और भी एडवाइस दे सकता है। यह कहना था मारवाह स्टूडियो में चल रहे ग्लोबल फैशन एंड डिज़ाइन वीक में फैशन एंड डिज़ाइन टीचर कुसुम चोपड़ा का। इस फैशन वीक की दूसरे दिन अपने अपने क्षेत्र के दिग्गज हाई कमिश्नर घाना माइकल ओकाये, हाई कमिश्नर पेरू जॉर्ज जुआन कैस्टनेडा मेंडेज़, फॉर्मर यूनियन मिनिस्टर ऑफ़ स्टेट अशोक प्रधान,फैशन डिज़ाइनर अनुष्का, फैशन डिज़ाइनर राहुल आनंद और इंटीरियर डिज़ाइनर शालिनी पेरेइरा ने अपने अनुभवों को बांटा। माइकल ओकाये ने कहा की भारत की नेहरू जैकेट और घाना के फैब्रिक का फ्यूज़न नया फैशन कहलायेगा। फैशन सिर्फ कपड़ो में नहीं होता यह फुटवियर और ज्वेलरी में भी बहुत होता है। भारत और घाना के ज्वेलरी डिज़ाइन एक जैसे ही है। हमे इंटरनेशनल फैशन को भी फॉलो करना चाहिए। इस अवसर पर मारवाह स्टूडियो के निदेशक संदीप मारवाह ने कहा की मुझे बहुत ख़ुशी है। हमारे छात्रों के फैशन के साथ साथ इंटीरियर डिज़ाइन पर भी काफी काम किया है। और कुछ हटकर करने की कोशिश की है, क्योकि मेरा मानना है। की अगर आप एक साफ़ सुथरे घर से निकलकर आते हो तो आपका मन भी स्वच्छ हो जाता है। और आजकल इंटीरियल का मतलब है घर में ग्रीनरी जोकि वातावरण को स्वच्छ रखती है। और छोटी जगह को बड़ा कैसे दिखाया जाए। जॉर्ज जुआन ने कहा हमारे देश पेरू की फैब्रिक और उसकी सॉफ्टनेस पुरे विश्व में प्रसिद्ध है। वहां के रंगो, डिज़ाइन व ज्वेलरी यहाँ से अलग है। अशोक प्रधान ने कहा की आज फैशन रोज़ बदल रहा है। फैशन को फॉलो करना मुश्किल भी है। और जरुरी भी। एक फैशन डिज़ाइनर अपने आप में एक शिल्पकार है। छात्रो द्वारा बनाई गयी पेंटिंग के साथ साथ इंटीरियर डिज़ाइन का भी उद्घाटन किया गया।