ऐतिहासिक बाराही मेले में रागिनी कलाकारों ने किया बराही माता का गुणगान
ग्रेटर नोएडा। यहाँ के सूरजपुर कसबे में चल रहे प्राचीन बाराही मेला में रविवार को रागिनी कलाकारों ने बाराही माता का गुणगान किया वहीं बाराही माता का दर्शन करने हज़ारों की संख्या में श्रधालुओं की भीड़ उमड़ी. श्रधालुओं ने मंदिर परिसर में स्थित चमत्कारीक सरोवर में स्नान किया. फिर बराही माँ को प्रसाद चढ़कर पूजा अर्चना की .
मेले के चौथे दिन हरियाणा के लोकप्रिय रागिनी कलाकार सुरेशा गोला और बबिता चौधरी का कार्यक्रम देखने के लिए जनसैलाब उमड़ा. सुरेश गोला एंड पार्टी द्वारा द्वारा भजन गाकर बाराही माता का गुणगान किया गया . जिसे सुन भक्तगण भावविभोर हो गए .
मशहूर रागिनी गायक बबीता चौधरी एंड पार्टी ने सांस्कृतिक मंच पर जमकर धमाल मचाया। कार्यक्रम की शुरूआत समिति के पदाधिकारियों द्वारा बाराही माता की आरती गाकर किया गया। 11 दिन तक चलने वाले इस मेले को संस्कृति और इतिहास की विरासत माना जाता है। चौथे दिन सांस्कृतिक मंच पर आर्य समाज के जिला अध्यक्ष वीरेश भाटी और समाजसेवी धर्मवीर प्रधान सफीपुर को शिव मंदिर सेवा समिति के पदाधिकारियों ने फूल माला पहनकर उनका स्वागत किया। कार्यक्रम का संबोधन करते हुए वीरेश भाटी ने कहा कि शिव मंदिर सेवा समिति हमारे संस्कृति और इतिहास को लोगो के दिलों मे जगाने का कार्य कर रही है। उन्होंने ने कहा कि मै लगभग देश के कोने-कोने में ऐसे आयोजन के लिए जाता रहता है लेकिन सूरजपुर के ऐतिहासिक बाराही मेले में प्रचीनकाल की वो खुशबू नजर आती है जो कहीं और नही है।
वहीं मंच पर संबोधन करते हुए कर्मवीर आर्य ने कहा हमारी पहचान भी अब ऐतिहासिक बाराही मेले के नाम से होने लगी है। उन्होंने कहा कि सूरजपुर बाराही मेले का ये स्वरूप पूरे भारत वर्ष में सराहा जाए यही हमारी कोशिश है। शिव मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष धर्मपाल भाटी ने कहा कि जिस तरह पूरे क्षेत्र का प्यार बाराही मेले के दीदार के लिए नजर आता है उसे देखकर यकीन हो गया है कि इस दरबार का महातम एक दिन पूरी दुनिया में जरूर होगा। समिति के महासचिव ओमवीर बैसला ने कहा कि इस पूरे मेले में आपकों ऐतिहासिक चीजें देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक मंच पर गायन नाट्य दृश्य के माध्यम से लोगो को संस्कृति व इतिहास से जुडी चीजे सुनाई व दिखाई जाती है .उन्हें भी ये प्रेरणा मिले और देश व समाजहित में कार्य करें। शिव मंदिर सेवा समिति के मीडिया प्रभारी मूलचन्द शर्मा ने कहा कि लगातार 15 वर्ष से ज्यादा समय हो चुका है हमारे समिति के द्वारा ऐसा आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस मेले की नींव रखने वाले समाजसेवियों का यही सपना था कि बाराही मेले को वो रूप मिले जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो। उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर हमारी समिति ने आज इस मेले को वो भव्यता दी है कि एनसीआर का सबसे बडा मेला ऐतिहासिक बाराही मेला माना जाता है। मै मीडिया का भी धन्यवाद करता हूं कि उनका भरपूर सहयोग मिला तभी यह मेला लोगो के बीच चर्चा का विषय बना और बाराही देवी के प्रति लोगो की आस्था बढी।
इस मौके पर अध्यक्ष धर्मपाल भाटी, महासचिव ओमवीर बैसला, मूलचन्द शर्मा, कर्मवीर आर्य, लक्ष्मण सिंघल, बिजेंन्द्र सिंह भाटी, जगदीश भाटी, लाला पन्नी, सुभाष शर्मा, राजवीर, भोपाल भाटी श्रीचन्द भाटी, डा0 ईश्वर सिंह आदि लोग मौजूद रहे।