गलगोटिया विश्वविद्यालय की दो छात्राओं ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में रचा इतिहास, भारत को दिलाए चार पदक
दिल्ली, 7 अक्टूबर 2025: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत की झोली में चार पदक डालने वाली दो नामचीन एथलीटों – सिमरन शर्मा और प्रीति पाल – ने न केवल गलगोटिया विश्वविद्यालय का, बल्कि पूरे देश का मान बढ़ाया।
सिमरन शर्मा: स्वर्ण की चमक और एशियाई रिकॉर्ड का गौरव
टी-12 श्रेणी की 100 मीटर दौड़ में सिमरन शर्मा ने 11.95 सेकेंड का रिकॉर्ड समय दर्ज कर स्वर्ण पदक जीता। यह प्रदर्शन उन्हें अपनी श्रेणी की एकमात्र धाविका बनाता है जिसने 12 सेकेंड की बाधा को पार किया। इसके अलावा, 200 मीटर टी-12 स्पर्धा में 24.46 सेकेंड के साथ उन्होंने सिल्वर मेडल जीतते हुए एशियन रिकॉर्ड भी कायम किया। सिमरन ने टी-35 श्रेणी की 200 मीटर दौड़ में भी रजत पदक हासिल किया, जिससे भारत की पदक तालिका में चौथा स्थान सुनिश्चित हुआ।
प्रीति पाल: कांस्य की दोहरी उपलब्धि
वहीं, प्रीति पाल ने दो कांस्य पदक जीतकर भारत को वैश्विक मंच पर मजबूती से स्थापित किया। उनकी मेहनत और साहस ने उन्हें पैरा एथलेटिक्स की दुनिया में एक प्रेरणास्पद चेहरा बना दिया है।
गलगोटिया विश्वविद्यालय का गौरवपूर्ण क्षण
मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने दोनों छात्राओं को बधाई देते हुए कहा, “हमारा इकोसिस्टम प्रतिभा को पोषित करता है और वैश्विक उत्कृष्टता के लिए संकल्पित है।”
चांसलर सुनील गलगोटिया ने खिलाड़ियों की लगन और खेल भावना को सलाम करते हुए सभी छात्रों से आह्वान किया कि वे भी इनसे प्रेरणा लें और अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर हों।
निष्कर्ष
सिमरन शर्मा और प्रीति पाल की यह उपलब्धियाँ न केवल वर्तमान को गौरवान्वित करती हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनती हैं। भारत के खेल इतिहास में यह एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज होगा।
