महंगे शौख पूरा करने के लिए 10 वीं व 12 वीं के छात्र ने ऐसा रास्ता अपनाया पहुँच गए हवालात, पढ़ें
नोएडा : नोएडा पुलिस ने पाँच छात्रों को गिरफ्तार कर ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो अपने महंगे शौख को पूरा करने और कम समय मे पैसा कमाने के लिए अपराध के रास्ते धकेल दिया। गिरफ्त में आये पांच स्टूडेंट गैंग बनाकर बाइक चोरी किया करते थे। ये सभी दसवीं और बारहवीं के छात्र है। पुलिस ने इन छात्रो के निशानदेही पर शहर के विभन्न जगहो से चुराई गई चौदह बाइक बरामद की है। इन सभी को सोरखा पुश्ता के पास से चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया।
नोएडा के विभिन्न स्कूल मे पढ़ने वाले स्टूडेंट ये स्टूडेंट्स शातिर वाहन चोर है। उदय 11वी, अंकुर 10वी , विकास अवस्थी 10वी, कोशीन्द्र 10वी और गौरव 12वी कक्षा के छात्र हैं । अंकुर उपाध्याय ने तो इसी साल 10 वीं की सीबीएसई की बोर्ड की परीक्षा 65 प्रतिशत अंक से पास की है। ये गैंग अपनी जरूरत पूरी करने और कम समय मे पैसा कमाने के लिए बाइक चोरी करता था। इस गिरोह का मास्टर माइंड 10 वीं क्लास मे पढ़ने वाला विकास अवस्थी है और बाइक चोरी इतनी सफाई करता था कि बाइक के मालिक को भी पता नहीं चलता था कि उनकी बाइक कब चोरी हो गयी। 11वी में पढ़ने वाला उदय गाड़ियो को बेचने के लिए ग्राहक ढूढ़ता था। बाकी तीनो रेकी कर चोरी के लिए वाहनो की तलाश करते थी।
एसपी सिटी अरुण सिंह ने बताया चोरी की बरामद 14 बाइक मे से 2 बाइक कोतवाली 49 से, 2 बाइक कोतवाली फेज थ्री, एक-एक कोतवाली 39 और दिल्ली से चोरी की गई थी। इस गैंग के सदस्य कोशीन्द्र ने तो अपने घर अपनी माँ के नाम पर रजिस्टर्ड बाइक को चुरा कर अपने बूआ के बेटे को बेच दिया था और कोतवाली 49 मे चोरी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। ये गैंग बाइक को बेचने लिए ऐसे युवाओ को तलाश था जिनमे बाइक को लेकर क्रेज होता था, और 20-25 हज़ार मे बाइक को बेच देते थे।
शहर में वाहन चोर की बढ़ती वारदात जहाँ पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था वहीं सुलझाना पहेली। नौसिखिये और ऐसे वाहन चोरों के गैंग कुकुरमुत्ते की तरह पैदा हो रहे हैं जिनका कोई पुलिस रिकॉर्ड भी नहीं है। इस वर्ष चोरों ने शहर में 900 से अधिक वाहन चुरा लिए हैं। सबसे अधिक वाहन चोरी सेक्टर-24 थानाक्षेत्र से है। चोरी हुए वाहनों में से पुलिस 100 वाहन ही बरामद कर पाई है, जबकि 30 वाहन चोर भी पकड़े गए हैं।