सात फेरों का घोटाला , डीएम ने दिए जांच के आदेश , दोषियों के खिलाफ दर्ज होगी FIR
ग्रेटर नोएडा : मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में घोटाले की खबर मीडिया में आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. जिलाधिकारी बी.एन सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर दी है. यह कमेटी घोटाले की जांच कर जल्द जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट देगी. जिसके बाद दोषियों के खिलाफ एफ़ाइआर दर्ज कराया जायेगा.
विदित हो कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 24 फरवरी को ग्रेटर नोएडा के YMCA क्लब में 66 जोड़ों सामूहिक विवाह जिला प्रशासन द्वारा संपन्न कराया गया था. इस सामूहिक विवाह में प्रत्येक नवदंपति को शासन योजना के तहत 20 हज़ार रूपये की रकम ज्वेलरी, गिफ्ट व अन्य सामान उपहार स्वरूप दिए गए थे. बताया जाता है कि इस योजना में मिलने वाली रकम ज्वेलरी और अन्य सामान के चक्कर में करीब 11 शादीशुदा जोड़ों ने फिर से सरकारी शादी रचा ली. बताया जाता है कि 3 जोड़ों के तो पहले से बच्चे भी हैं.
घोटाले का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है .जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच के निर्देश दिए हैं. उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी पी के सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की है. यह टीम इस मामले की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट जल्दी जिलाधिकारी को सौंपेगा. जिसके बाद दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जायेगा. ऐसा नहीं है कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में घोटाला हुआ है. इससे पूर्व में भी औरैया में घोटाला सामने आया था. वहां पर नव दंपत्तियों को उपहार में मिलने वाली पायल चांदी की जगह निकली थी इस मामले में भी जांच चल रही है.