दुनिया का सबसे बड़ा हस्तशिल्प मेला ग्रेटर नोएडा में 23 फरवरी से
ग्रेटर नोएडा। इंडियन हैंडीक्राफ्ट एंड गिफ्ट फेयर (आइएचजीएफ, दिल्ली फेयर) के 45वें संस्करण का शुक्रवार को आगाज होगा। पांच दिवसीय इस मेले से करीब 3120 करोड़ रुपये के कारोबार होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस मेले में तीन हजार से अधिक भारतीय हस्तशिल्प निर्यातक शामिल हो रहे हैं। पहली बार जम्मू-कश्मीर के निर्यातक को एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईपीसीएच) ने प्रमोट किया है। इस मेले में जम्मू-कश्मीर से करीब 30 हस्तशिल्पी शामिल हो रहे हैं जो अपने उत्पादों को यहां प्रदर्शित करेंगे। इसके अलावा पहली बार अंडमान-निकोबार द्वीप समूह से एक प्रतिनिधि मंडल इस मेले का दौरा कर कारोबार का विकल्प तलाशने का प्रयास करेगी। मेले का उद्घाटन कपड़ा सचिव आनंद कुमार करेंगे।
हस्तशिल्प उद्योग को बढ़ावा देने व नए डिजाइन तैयार करने को लेकर विभिन्न सेमिनार का भी आयोजन किया जाएगा। 25 फरवरी को एमएसएमई मंत्री गिरिराज सिंह एक राउंड टेबल कांफ्रेंस को भी संबोधित करेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि वह हस्तशिल्प उद्योग के लिए कुछ नई सौगात की घोषणा करेंगे। ईपीसीएच के अध्यक्ष ओपी प्रह्लादका ने बताया कि इस मेले में 14 महत्वपूर्ण कैटेगरी के उत्पादों को शामिल किया गया है। इस मेले में होम लाइट, फैशन एसेसरीज, टेक्सटाइल, डेकोरेटिव, क्रिसमस, फेस्टिवल डेकोर, फैशन ज्वैलरी, बाथरूम एसेसरीज, गार्डन एसेसरीज समेत अन्य उत्पादों को शामिल किया गया है।
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक राकेश कुमार ने बताया कि इस मेले में करीब 103 देशों के विदेशी खरीदार के आने की उम्मीद हैं। भारतीय हस्तशिल्प ईपीसीएच के माध्यम से विदेशी बाजार में आयोजित मेले में भी उत्पादों को प्रदर्शित करते हैं। ऐसे में खरीदार भारत में ही आकर अधिक उत्पाद के अवसर को चूकना नहीं चाहते। यहां उन्हें कई डिजाइन एक साथ मिल जाते हैं, जो विदेशी बाजार में नहीं मिल पाते। इस मेले में अर्जेंटीना, आस्ट्रिया, बेल्जियम, ब्राजील, कनाडा, चिली, चीन, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हालैंड, हांगकांग, इटली समेत अन्य देश के खरीदार आ रहे हैं।