सीएम से शिकायत के बाद एसटीएफ की बड़ी कार्यवाही, कुख्यात रणदीप भाटी गैंग के दो गुर्गे गिरफ्तार, सीधे-साधे लोगों की जमीनों पर करते थे कब्जा
नोएडा। जमीनों पर अवैध कब्जे और ठगी के मामलों में सक्रिय कुख्यात गैंगस्टर रणदीप भाटी के गिरोह पर एसटीएफ ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल (एसटीएफ) की नोएडा यूनिट ने बीती रात गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों—सोनू पुत्र संजय (निवासी ग्राम मोमनाथल) और वीरेंद्र पोसवाल पुत्र रघुबीर पोसवाल को गिरफ्तार कर लिया है।
एसटीएफ के एसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि भरत लाल चौबे पुत्र के.पी. चौबे द्वारा मुख्यमंत्री को दिए गए शिकायत पत्र के आधार पर जांच शुरू की गई थी। अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था के आदेश पर एसटीएफ को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। निरीक्षक सचिन कुमार की अगुवाई में की गई जांच के बाद गिरफ्तारी की गई।
पीड़ित भरत लाल चौबे ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2018 में ग्राम मोमनाथल के खसरा संख्या 313 से 200 वर्गमीटर जमीन अजब सिंह नागर से खरीदी थी, जिस पर दो दुकानें भी बनाई गई थीं। कुछ माह पूर्व बदमाशों ने दुकान का ताला तोड़कर उनमें फैजान नामक कबाड़ी को जबरन बैठा दिया।
जांच में सामने आया कि अजब सिंह नागर ने यह जमीन 2014 में श्यामलाल नामक किसान से खरीदी थी, और उस पर प्लॉटिंग कर कई लोगों को बेचा था। भरत लाल और एक अन्य पीड़ित विकास जिंदल के कब्जे वाली दुकानों पर भी आरोपियों ने जबरन कब्जा कर लिया।
पीड़ित ने यह भी बताया कि 19 सितंबर 2024 को भूपेंद्र, सोनू और अन्य ने फर्जी तरीके से दो रजिस्ट्रियां—106 व 105 गज की—वीरेंद्र पोसवाल के नाम से करवाईं और इन्हीं रजिस्ट्रियों के आधार पर एनपीसीएल से बिजली का कनेक्शन भी ले लिया। बाद में विकास जिंदल और भरत लाल की दुकानों पर जबरन कब्जा कर लिया गया।
एसटीएफ जांच में यह भी पता चला कि मुख्य आरोपी भूपेंद्र मोमनाथल रणदीप भाटी गैंग का सक्रिय सदस्य है। उसके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, और उस पर गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई हो चुकी है। पुलिस द्वारा कुर्क की गई उसकी संपत्ति पर भी उसने दोबारा कब्जा कर फैक्ट्री चला रखी है।
पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि गिरफ्तार सोनू विभिन्न राज्यों के कुख्यात अपराधियों को अपने यहां पनाह देता है। अक्टूबर 2023 में हरियाणा के झज्जर जिले में तीन लोगों पर गोली चलाने वाला कुख्यात अपराधी हुल्ली उर्फ राहुल भी काफी समय तक सोनू के यहां छिपा रहा। उस पर हरियाणा और दिल्ली में कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।
बताया गया कि सोनू का पिता संजय मोमनाथल भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है। गिरफ्तार सोनू और भूपेंद्र उसी के बेटे हैं और इस पूरे गिरोह का संचालन भूपेंद्र करता है। फिलहाल सोनू और वीरेंद्र को न्यायालय में पेश किया जा रहा है, जबकि भूपेंद्र और अन्य फरार अभियुक्तों की तलाश में छापेमारी जारी है।
एसटीएफ की इस कार्रवाई को भूमि माफियाओं के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है।
