एनकाउंटर में मारे गए बदमाश संजय के परिजनों का शव लेने से इनकार
ग्रेटर नोएडा : कासना कोतवाली क्षेत्र के में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए 25 हजार के ईनामी बदमाश का आतंक पांच राज्यों में फैला हुआ था . उसपर चोरी लूट व हत्या के 40 से ज्यादा मामले दर्ज है। इधर करनाल में रहने वाले परिजनों ने संजय के शव को लेने से इंकार कर दिया है । पुलिस ने आधार कार्ड के जरिए हुई पहचान व पता निकालने पर संजय के परिजनों से सम्पर्क किया व संजय के परिजनों से शव लेने के लिए बोला जिसपर परिजनों ने संजय के अपराधी होने के कारण शव लेने से इंकार कर दिया। संजय के परिजनों ने ग्रेटर नोएडा पुलिस को लिखित में दी सूचना- संजय एक बदमाश था और सभी लोग उससे परेशान थे, बदमाश से हमारा कोई संबंध नहीं, हमें शव नहीं लेना । बदमाश के परिवार ने पेश किया बड़ा उदाहरण, जिससे अपराध की दुनिया में कदम रखने वालों को मिलेगा सबक । गाँव की पंचायत ने भी फैसला लिया है संजय का शव नहीं लिया जायेगा .
सोमवार की रात कासना थाना पुलिस और एंटी एक्सटोर्शन सेल ने सिग्मा – 4 के समीप संजय को एनकाउंटर में मार गिराया था. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में मारा गया बदमाश संजय पर पांच राज्यों में 40 से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस ने बताया कि संजय के खिलाफ 2003 में चोरी का मामला करनाल में दर्ज हुआ था जिसके बाद संजय अपराध की दुनिया में नाम कमाने के लिए लगातार कई गैंगों में शामिल हो चुका था। पुलिस के अनुसार मारा गया बदमाश अनिल दुजाना, रणदीप रिठौरी गैंग में काम कर चुका था. फिलहाल मुकीम काला गैंग के साथ काम कर रहा था। बदमाश के खिलाफ हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंण्ड व राजिस्थान में चोरी लूट हत्या व रंगदारी के लगभग 40 से ज्यादा मामले दर्ज है।
सीओ अनित कुमार ने बताया कि मारा गया बदमाश 2003 से ही अपराध की दुनिया में आ चुका था व इसने कई राज्यों में अपराध किया था। पुलिस ने इसके खिलाफ लूट हत्या के मामले दर्ज किए थे। फिलहाल में भाजपा नेता से रंगदारी मांगने के आरोप में इसकी तलाश थी। मारे गए बदमाश के पास से 32 बोर की पिस्टल बरामद हुई व जिस फोन से उसने रंगदारी मांगी थी उसके बरामद किया है। संजय के दूसरे साथी की तलाश जारी है।