माँ -बेटी के डबल मर्डर की गुत्थी सुलझी, घर का चिराग निकला कातिल
ग्रेटर नोएडा : थाना बिसरख क्षेत्र के गौर सिटी- 2 के एक फ्लैट में मां बेटी की हत्या के आरोप में पकड़े गए नाबालिग बेटे ने आक्रोश में आकर अपनी मां और बहन की निर्मम हत्या कर दी थी।
पढ़ाई में कमजोर बेटे ने मां के डांटने पर यह खतरनाक कदम उठाया। घटना वाले दिन बेटा मोबाइल फोन पर खेल रहा था जिससे नाराज होकर उसकी मां ने उसके हाथ से मोबाइल फोन छीन लिया और पिटाई लगा दी। इस से नाराज होकर बेटे ने सोते समय अपनी मां और बहन पर पहले क्रिकेट बैट व उसके बाद कैंची और पिज़्ज़ा कटर से कई बार कर उनकी हत्या कर दी। सूरजपुर स्थित पुलिस मुखयाल में आयोजित प्रेस वार्ता में एसएसपी लव कुमार ने मीडिया को यह जानकारी दी। एसएसपी ने बताया कि थाना बिसरख क्षेत्र के गौर सिटी 2 में रहने वाले व्यवसाई सौम्य अग्रवाल की पत्नी अंजलि अग्रवाल (42 वर्ष) व उनकी बेटी मणिकर्णिका अग्रवाल (13 वर्ष) की निर्मम हत्या कर दी गई थी दोनों के शव बेड पर रजाई से ढके हुए मिले थे घटनास्थल से पुलिस ने खून से सने एक क्रिकेट बैट भी बरामद किया था घटनास्थल पर खून से सने कुछ कपड़े भी पुलिस ने बरामद किए थे।
इस घटना के बाद 11 वीं में पढ़ने वाला उनका 15 साल का बेटा लापता था। सर्विलांस के माध्यम से पुलिस ने कल बेटे को वाराणसी से सकुशल बरामद कर लिया। आज उसे नोएडा लाया गया। एसएसपी ने बताया कि परिजनों की मौजूदगी में पुलिस द्वारा पूछताछ में बेटे ने बताया कि वह पढ़ाई में काफी कमजोर है जिसको लेकर अक्सर उसकी मां उसे डांटा करती थी। घटना वाले दिन वह मोबाइल पर गेम खेल रहा था। उसकी मां ने उसके हाथ से मोबाइल छीन लिया और उसकी पिटाई लगाई। इससे वह खासा कुंठित हो गया। रात्रि में जब अंजली और उसकी बेटी मणिकर्णिका बेडरूम में जाकर सो गई तो बेटे ने उन पर क्रिकेट बैट से कई प्रहार किये। इसके बाद गुस्साए बेटे ने अपनी मां बहन के सर चेहरों पर कई वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद दोनों के शव को रजाई से ढक कर हत्या में प्रयुक्त क्रिकेट बैट उसने वहीं छोड़ दिया। खूनी कपड़े बदल कर दूसरे कपड़े पहन लिए और घर पर रखे हुए पैसे उठाकर बाहर निकल गया। सोसाइटी गेट से उसने टैक्सी पकड़ी और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंच गया। वहां से वो ट्रेन पकड़ कर चंडीगढ पहुंचा। वहां से बस पर सवार होकर शिमला शिमला पहुंचा। फिर शिमला से वापस चंडीगढ़ आया और रेलवे स्टेशन से रांची जाने वाली ट्रेन में बैठ गया। रस्ते में वो मुगलसराय उतर गया। वहां से बनारस पहुंच गया। वाराणसी के अश्वमेधा घाट से पुलिस ने उसे पकड़ लिया।