कैंसर पीड़ितों के इलाज के नाम पर करोड़ों की ठगी का खेल, नोएडा पुलिस ने किया पर्दाफाश
नोएडा । कैंसर पीड़ितों का इलाज कराने के नाम पर करोड़ों रूपए की ठगी करने वाले एक गैंग के तीन लोगों को थाना सेक्टर-20 पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने दो लाख 69 हजार रूपए नगद, 9 फोन, एक लैपटाॅप, डोनेशन की रसीद की काॅपियां एवं 1964 पेज की कालिंग डाटा काॅपियां, रसीदे, सीपीयू, माॅनीटर आदि बरामद किया है।
एसएसपी लव कुमार ने बताया कि थाना सेक्टर-20 पुलिस को गोपनीय जानकारी मिली कि सेक्टर-7 में कुछ लोग कैंसर पीड़ितों के उपचार कराने के नाम पर ट्रस्ट बनाकर लोगों से दान ले रहे हैं तथा करोड़ों रूपए की ठगी कर रहे हैं। सूचना के आधार पर बीती रात को पुलिस ने सेक्टर-7 स्थित ट्रस्ट पर छापा मारा। एसएसपी ने बताया कि मौके से पुलिस ने क्षतेन्द्र मोहन शर्मा पुत्र ब्रजेश कुमार शर्मा निवासी फिरोजाबाद, विकास अग्रवाल पुत्र बांकेलाल अग्रवाल निवासी जिला हाथरस व राहुल प्रताप पुत्र राकेश प्रताप सिंह निवासी जनपद फिरोजाबाद को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान पकड़े गये आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे लोग वर्ष 2012 से अब तक लाखों लोगों से कैंसर पीड़ित बच्चों को उपचार कराने के नाम पर पांच करोड़ से ज्यादा चंदा ले चुके हैं।
उन्होंने बताया कि जांच में यह पता चला कि इन लोगों ने कैंसर पीड़ितों के उपचार कराने के नाम पर ली गयी रकम को निजी हित में उपयोग किया। इन्होंने मात्र तीन लाख रूपए एम्स में उपचार करा रहे कैंसर पीड़ित बच्चों को सहायता के लिए दिये। एसएसपी ने बताया कि ट्रस्ट सेंटर को सीज कर दिया गया है तथा तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पकड़े गये आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ये लोग विभिन्न मोबाइल फोन कंपनियों से लोगों के फोन नंबर का डाटा हासिल करके उन्हें काॅल करते हैं तथा कैंसर से पीड़ित बच्चों के उपचार कराने के नाम पर उनसे चंदा लेते हैं। ये लोग करोड़ों रूपए चंदा के रूप में इकट्ठा करने के बाद पीड़ित बच्चों को 50 हजार से 90 हजार रूपया तक ही उपचार के लिए देते हैं। इनके द्वारा चेक से आरटीजीएस से तथा संस्था के कर्मचारियों द्वारा दानी के घर से जाकर पैसा लिया जाता है। दानी लोगों को ये लोग फर्जी रसीद भी देते हैं। एसएसपी ने बताया कि जब इनके बैंक एकाउंट की जांच की गयी तो अब तक पांच करोड़ रूपए की ठगी का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस अभी जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि हमें ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह रकम और बढ़ सकती है।