द्रौण मेले के दंगल में देश के नामी- गिरामी पहलवानों ने की कुश्ती, बारिश में भी लोगों ने लुत्फ़ उठाया , बराबरी पर छूटी सबसे बड़ी कुश्ती
दनकौर। दनकौर में हर वर्ष होने वाले ऐतिहासिक दंगल की सबसे बड़ी कुश्ती देखने भारी भीड़ उमड़ी। निर्णायक कुश्ती नवीन मोर और हितेश के बीच हुई।
आशु घंघोला ने कुश्ती जीती। इसके अलावा एक और बड़ी कुश्ती एक लाख रुपये की करायी गई जो वरुण बली और मस्तु पहलवान के बीच हुई। दोनों कुश्ती बराबरी पर छूटी।
इस मौके पर यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह, नरेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन राजनीतिक संगठन के अध्यक्ष और जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने भी पहलवानों को सम्मानित किया।
नवीन मोर जो गुरु हनुमान अखाड़े के ही पहलवान है, वह 2011 में ऑस्ट्रेलिया में पदक जीत चुके हैं। इसके अलावा दनकौर के द्रोण अखाड़े मे लगातार चार बार जीत चुके हैं नवीन मोर भी हिंद केसरी भारत केसरी और दिल्ली केसरी रह चुके हैं।
हितेश बहादुर गढ़ निवासी है और धर्मवीर अखाड़े के हैं। वह 2009 में एशिया कप कतर में कांस्य पदक,2010 साउथ एशियाई गेम मे गोल्ड , वह 17 बार भारत केसरी 3 बार दिल्ली केसरी रह चुके हैं।
वरुण जो बागपत के बली के गांव के रहने वाले हैं गुरु हनुमान के अखाड़े के पहलवान हैं जिन्होंने भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया में सिल्वर जीता था। इसके अलावा ओलंपिक क्वालिफाइंग में वह अमेरिका भी गए थे। दो -तीन बार भारत केसरी और यूपी केसरी भी रह चुके हैं। मिंटू उर्फ मस्तु पहलवान खुड्डन झज्जर निवासी हैं और हरियाणा केसरी रह चुके हैं।
इनके अलावा मोहित रेलवे और दानिश अनवरगढ़ की 11000 की बराबरी पर छूटी अनुज नवादा जिन्ना दिल्ली के 11000 की कुश्ती जिन्ना ने जीती अनुज बलवंतपुर और दुष्यंत के बीच 15000 की कुश्ती रोहित और रेशम के बीच 11000 की रोहित जीता रविन्द्र गढ़ी ने जीती कुश्ती जीती इस मौके पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे।
कोतवाल फरमूद अली पुंडीर के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इस मौके पर रजनीकांत अग्रवाल, सोनू वर्मा,कमल शर्मा महिपाल गर्ग, कमल चौधरी, पवन खटाना, सोरेन कसाना, ध्रुव गर्ग, रमेश कसाना, अमित पहलवान ,सुनीत गोयल उर्फ सिंटू , संदीप गर्ग, राकेश गर्ग ,सुमित चपरगढ़, वनीश प्रधान राजीव मालिक, राजे प्रधान, राजेन्द्र जमालपुर ,दिनेश भाटी सुधीर, उमेश नागर सहित हजारों लोग मौजूद रहे।
— रिपोर्ट : शफी मोहम्मद सैफी