छात्र के व्यक्तित्व का शिल्पकार है शिक्षक : विक्रम सिंह, नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में शिक्षक दिवस का आयोजन,
ग्रेटर नोएडा। शिक्षक केवल शिक्षक ही नहीं होता, वह राष्ट्र का निर्माता होता है। विद्यार्थियों के निर्माण में उसकी अहम भूमिका होती है। अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने की प्रेरणा शिक्षक ही देता है। छात्रों को नैतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक रूप से गढ़ने में उसका योगदान एक शिल्पकार की तरह होता है। उक्त विचार गुरुवार को नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एनआईयू) के प्रो. चांसलर डा. विक्रम सिंह ने एनआईयू के स्थापना दिवस व शिक्षक दिवस के अवसर पर विवि के अकेडमी हॉल में व्यक्त किए।
प्रो. चांसलर डा. विक्रम सिंह ने बताया कि आज का दिन विवि परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिक्षक दिवस के पावन पर्व पर ही विवि की स्थापना की गई थी। इस लिए भी यह दिन हमारे लिए डबल खुशी का दिन है। उन्होंने वेदों का उदाहरण देते हुए बताया कि ‘सा विद्या या विमुक्ते, विद्या वह है, जो हमें मुक्ति प्रदान करे। जिसके द्वारा हम अज्ञानता, रोग, शोक, दुर्गुण, बेकारी, कुसंस्कार आदि की दासता से मुक्ति कर सके वही विद्या है।
विवि के कुलपति डा. आरडी शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि यह दिवस ज्ञान-विवेक को आत्मसात करने का दिन है। शिक्षक विद्यार्थियों के लिए रोल मॉडल की तरह होता है। उसका ज्ञानवान के साथ-साथ संस्कारवान, आचरणवान और मूल्यवान होना जरूरी है। उन्होंने शिक्षक शब्द की महत्ता पर प्रकाश डाला। साथ ही, सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं।
कुलसचिव डा. जयानंद ने उद्वोधन में नीतिशास्त्र का उदाहरण देते हुए बताया कि विद्या को आप जितना बांटेगे, यह उतनी ही बढ़ेगी। विद्याथी जीवन ज्ञान अर्जन के साथ-साथ, अपने व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करने का अवसर होता है। आगे चलकर आपका यहां से अर्जित ज्ञान और कौशल ही काम आएगा। समाज में आज के समय में शिक्षक और छात्रों के बीच दूरियां दिखाई देती हैं, जिसको भरने की जरूरत है। आयोजन में विवि के विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। नव प्रवेशी व सीनियर छात्रों के साथ-साथ इसमें विदेशी छात्रों ने भी नृत्य, गायन और क्विज शॉ के माध्यम से शानदार प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर विवि के सभी स्कूलों के विभागाध्यक्ष व निदेशक मौजूद थे। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डा. प्रतिभा तेवतिया व संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर शानू गुप्ता ने किया।