सुषमा स्वराज की यादें:अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू हुआ 1970 में राजनीतिक सफर
नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अब हमारे बीच नहीं रहीं। बीती रात अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। सुषमा महज़ 67 साल की उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह गईं। उनके यूँ अचानक दुनिया से चले जाने से पूरा देश स्तब्ध है। विनम्रता से लिपटे शब्दों और अकाट्य तर्कों के साथ अपने भाषणों से विरोधियों को भी मुरीद बना लेने वालीं सुषमा स्वराज का राजनीतिक करियर बेहद शानदार रहा। विदेश मंत्री के रूप में उन्होंने विदेशों में बसे एक-एक भारतीय का जिस तरह ध्यान रखा, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता है। किसी को मदद की दरगार हुई तो बस एक ट्वीट ही काफी था।
सुषमा स्वराज की कुछ यादें
1. 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला शहर में जन्मीं सुषमा स्वराज.
2. 7 बार सांसद और 3 बार एमएलए रह चुकी हैं.
3. 1977 में जब वह 25 साल की थीं तब वह भारत की सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनी थीं.
4. राजनीतिक करियर की शुरुआत इन्होंने 1970 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी.
5. 1977 में अंबाला छावनी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गईं.
6. 1998 में वह दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थीं.
7. पेशे से वकील सुषमा स्वराज ने अंबाला के एसडी कॉलेज और पंजाव विश्वविद्यालय के कानून विभाग से पढ़ाई की थी.
8. सन 1990 में सुषमा स्वराज राज्यसभा की सदस्य चुनी गईं.
9. 1996 में लोकसभा चुनावों में वो दक्षिण दिल्ली से 11वीं लोकसभा के लिए सांसद बनीं.
10. 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्रालय दिया गया और कैबिनेट में शामिल हुईं.
11. सन 1998 में सुषमा स्वराज 12वीं लोकसभा के लिए दोबारा दक्षिणी दिल्ली से चुनी गईं.
12. 2014 में 16वीं लोकसभा में सुषमा स्वराज विदिशा से जीतकर आईं.
13. यूपीए दो सरकार में सुषमा स्वराज विपक्ष की नेता थीं.
14. महज 27 साल की उम्र में उन्होंने जनता पार्टी का हरियाणा में अध्यक्षा का पद संभाला था.
15. सुषमा स्वराज स्कूल के दिनों में एनसीसी से भी जुड़ी रहीं.
16. सुषमा स्वराज ने कॉलेज के दोस्त स्वराज कौशल से लव मैरिज की थी.
17. सुषमा ने 13 जुलाई 1975 को शादी की थी.
18. 1999 में सोनिया गाँधी को हराने के मक़सद से उनके ख़िलाफ़ बेल्लारी से चुनाव लड़ना सुषमा स्वराज का एक बोल्ड क़दम था.
19.सुषमा स्वराज बीजेपी के मूल मुद्दे यानी अनुच्छेद 370, अयोध्या और समान नागरिक संहिता पर अपने राजनीतिक गुरु जार्ज फर्नांडीस से भिड़ गई थींं.
20. सुषमा स्वराज ने एक बार अयोध्या मुद्दे की तुलना बैंक के चेक से कर दी थी.