यूपी रोडवेज करेगा प्रदुषण मुक्त बसों का संचालन
ग्रेटर नोएडा। रोडवेज की बसों के बेड़े से प्रदूषण फैलाने वाले वाहन बाहर होंगे। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की सख्ती के बाद रोडवेज प्रबंधन प्रदूषण रहित बसें चलाने की तैयारी कर रहा है। इन दिनों सभी प्रकार के प्रदूषण को लेकर एनजीटी गंभीर है। प्राइवेट सेक्टर के साथ ही प्रदूषण या गंदगी फैलाने वाले विभागों पर एनजीटी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जिले के यमुना एक्सप्रेस-वे पर प्रदूषण रहित बसों का परमिट जारी करने के लिए कहा है। रोडवेज की पुरानी बसें ज्यादा धुआं छोड़ती हैं। इससे वायु प्रदूषण होता है।
एनजीटी के आदेश के बाद नोएडा रोडवेज प्रबंधन कम प्रदूषण फैलाने वाली बसों की व्यवस्था करने जा रहा है। फिलहाल विभाग के पास 122 सीएनजी बसें उपलब्ध है। फिर भी विभाग ने पुरानी बसों को बेड़े से बाहर करना भी शुरू कर दिया है। साथ ही आधुनिक इंजन वाली बसें खरीदना शुरू कर दिया है। इससे धुआं कम निकलता है। पेट्रोलियम कंपनियां दिसंबर से बीएस सिक्स डीजल बाजार में लाने जा रही हैं। बीएस सिक्स डीजल में सल्फर का स्तर पांच गुणा कम होगा। इससे 80 फीसद प्रदूषण कम होगा।
दिसंबर से रोडवेज बीएस सिक्स डीजल का प्रयोग करेगा। रोडवेज की योजना है वर्ष 2022 तक प्रदूषण फैलाने वाली बसों को हटाकर नई बस चलाई जाएं, ताकि प्रदूषण कम हो। अभी कुछ यात्रियों को बसों में सफर करने के दौरान धुएं के कारण घुटन महसूस होती है, नई बसों में ऐसे यात्रियों को घुटन महसूस नहीं होगी।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अनुराग यादव ने बताया कि प्रदूषण कम करने के लिए रोडवेज पुराने वाहनों को हटाना शुरू कर दिया है, उसके बदले में आधुनिक इंजन वाला बसें उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है।