#ElectionResult2019 का काउंटडाउन शुरू, देश भर में सुरक्षा के कड़े इन्तजाम
लोकसभा चुनाव 2019 के ऐलान के 74 दिन बाद आज दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के फैसले का दिन आ गया है । आरोपों और आशंकाओं के बीच आज करीब 61 करोड़ मतदाताओं का निर्णय ईवीएम से बाहर निकल कर आएगा। साथ आठ हजार प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला भी हो जाएगा। दूसरी ओर, मतगणना के दौरान हिंसा की आशंका के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देशभर में अलर्ट जारी किया है जिसके बाद देश भर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हाउ . इधर देश के कई हिस्सों से उम्मीदवारों द्वारा पूजा अर्चना की तस्वीरें आ रही हैं .
रुझानों से दोपहर तक तस्वीर साफ होने की संभावना
जैसा की पता है मतगणना की पुरानी व्यवस्था ही लागू रहेगी, इससे गिनती शुरू होने के आधे घंटे के अंदर ही रुझान मिलने लगेंगे। माना जा रहा है कि दोपहर तक रुझानों से तस्वीर साफ हो जाएगी। हालांकि, वीवीपैट पर्चियों के मिलान करने की वजह से अंतिम नतीजों के आने में समय लग सकता है। हो सकता है कि अंतिम परिणाम देर रात तक आएं।
पोस्टल बैलेट से शुरुआत
गिनती की शुरुआत ‘पोस्टल बैलेट’ से होगी। अपने निर्वाचन क्षेत्र से दूर तैनात सेना, सशस्त्र बलों, पुलिस जवान और विदेश में भारतीय दूतावास में तैनात अधिकारी पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करते हैं। देश भर में 18 लाख मतदाता पोस्टल बैलेट के लिए पंजीकृत हैं।
यूपी-बंगाल के नतीजों पर रहेंगी नजरें: 542 सीटों के लिए मतगणना के दौरान निगाहें इस बात पर होंगी कि यूपी में भाजपा और पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस 2014 के चुनाव के जीत के रिकार्ड को बरकरार रख पाती हैं या नहीं। मतदान के दौरान दोनों राज्यों में कड़ा मुकाबला देखने को मिला है।
गृहमंत्रालय ने हिंसा की आशंका जताई
मतगणना से ठीक पहले गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी को अलर्ट जारी किया है। उनसे सतर्क रहने को कहा गया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली है कि कुछ संगठन और लोगों ने, विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और त्रिपुरा में कुछ बयान दिए हैं जिसर्से ंहसा उत्पन्न होने की आशंका है और इससे मतगणना प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो सकती है। इसलिए यह अलर्ट जारी किया गया है।
सबसे बड़ा चुनाव
91 करोड़ मतदाताओं में से 61 करोड़ ने मताधिकार का प्रयोग किया
8,040 प्रत्याशी मैदान में
67.11 फीसदी मतदान हुआ, 67 साल के इतिहास में सबसे ज्यादा
इस बार अलग क्या
उम्मीद से बहुत अधिक डाकपत्र मिले हैं,इनकी भी गिनती ईवीएम संग होगी
हर विधानसभा क्षेत्र के पांच बूथों पर वीवीपैट पर्ची और ईवीएम के मतों का मिलान कराया जाएगा
प्रक्रिया
05 बजे सुबह गणनाकर्मी टेबल पर पहुंच जाएंगे
35 से 40 मिनट लगेगा एक राउंड की गणना में
15 से 16 राउंड तक होती है मतगणना
क्यों होगी देरी
20,600 ईवीएम का वीवीपैट पर्चियों से मिलान होना है
01 ईवीएम का पर्चियों से मिलान में एक घंटे लगेंगे
यहां जल्द नतीजे संभव
लक्षद्वीप में मात्र 54,266 मतदाता हैं। वहां कोई विधानसभा भी नहीं है। इसलिए वहां जल्द नतीजे आने की उम्मीद है। इसी प्रकार अंडमान-निकोबार, लद्दाख, दमन-दीव, चंडीगढ़ सीट पर जल्द गणना पूरी हो सकती है।
यहां देरी संभव
पश्चिम बंगाल,यूपी,बिहार की सीटों पर देरी से नतीजे आने की उम्मीद क्योंकि इन सीटों पर मतदाता और उनमें शामिल विधानसभा सीटों की संख्या अधिक है। तेलंगाना के मल्काजगिरी में सबसे अधिक 31 लाख मतदाता हैं।
चार राज्यों में भी फैसला
लोकसभा के साथ आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश ओडिशा तथा सिक्किम के विधानसभा चुनावों की भी मतगणना होगी।