आईआईएमटी कॉलेज आफ लॉ में मूटकोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन
ग्रेटर नोएडा : आईआईएमटी कॉलेज आफ लॉ में मूटकोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसका मकसद छात्र-छात्राओं को कानूनी बारीकियों को समझाना था। इस मूटकोर्ट का मुकदमा, आपराधिक दण्ड संहिता 1973, भारतीय दण्ड संहिता 1960 भारतीय साक्ष्य अधिनियम एवं हिन्दू व्यक्तिगत विधि से संबंधित रहा।
मूटकोर्ट प्रतिभागियों ने अपने मेमोरियल प्रस्तुत करते हुए वादी तथा प्रतिवादी के अधिवक्ता के रूप में मुकदमें पर व्यापक बहस प्रस्तुत किये। यह मुकदमा उच्च न्यायालय की तीन सदस्यीय पीठ के समक्ष प्रस्तुत हुआ। जिसमें न्यायाधीश की भूमिका में दिल्ली उच्च न्यायालय के अधिवक्ता पीयूष पाहूजा आईआईएमटी कॉलेज आफ लॉ के निदेशक डॉ. पंकज द्विवेदी और रिटायर्ड आईपीएस राकेश जौली, शामिल रहे।
मूटकोर्ट प्रतियोगिता में कुल दस टीमों ने हिस्सा लिया। जिसमें अनुभव मिश्र को अव्वल घोषित किया गया, दूसरे स्थान पर अंशु सिंह रहीं। अनुभव मिश्रा को बेहतरीन मेमोरियल का पुरस्कार भी दिया गया। न्यायाधीशों की भूमिका में रहे अतिथियों ने कहा कि प्रतिभागियों की बहस सराहनीय रही।
आईआईएमटी ग्रुप आफ कालेज के प्रबन्ध निदेशक मयंक अग्रवाल ने कार्यक्रम प्रारंभ करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि मूटकोर्ट प्रतियोगिता से छात्र-छात्राओं की कानूनी समझ विकसित होगी । आईआईएमटी द्वारा ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन का उद्देश्य बहु-उद्देश्यपरक व्यक्तित्व का निर्माण करना है।
आईआईएमटी कॉलेज आफ लॉ के शिक्षकगण डॉ. मोनिका रस्तोगी, डॉ. धीरेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार शर्मा, प्रशांत मावी, आशू गुप्ता, मनीष अत्री, शैलेश त्रिपाठी, शोभित श्रीवास्तव कोमल मलिक, रूपेश मलिक, दीपिका भाटी, डॉ. मुनीष कुमार शर्मा, कौशिकी राय, रमा रानी और अपर्णा सिंह आदि उपस्थित रहे।