आईटीएस में डिजिटल मार्केटिंग पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
ग्रेटर नोएडा : आई0टी0एस0 इन्जीनियरिंग काॅलेज, ग्रेटर नोएडा में एमबीए विभाग द्वारा 5 अप्रैल 2019 को ‘‘डिजिटल वर्ड में शताब्दी से विपणन‘‘ विषय पर ‘‘मार्कटैक‘‘ पर प्रथम अंतराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री हितेश सूद, एवीपी एंड हैड (मार्केटिंग), वोडाफोन आइडिया और आईटीएस समूह के वाइस चेयरमैन श्री सोहेल चड्डा ने सरस्वती वंदना के साथ द्वीप प्रज्ज्वलित करके सत्र का शुभारंभ किया।
श्री हितेश जी ने डिजिटल मार्केटिंग के महत्व के बारे में बताया कि किसी भी व्यवसाय को अपनी वृ़िद्ध के लिए पदोन्नति की आवश्यकता होती है। पदोन्नति में अपने व्यवसाय के अस्तित्व को अधिकतम लोगों तक पहुचाना और उन्हें अपने उत्पादों और सेवाओं को खरीदने के लिए राजी करना शामिल है। टेजीविजन, रेडियो और न्यूजप्रिन्ट के विज्ञापन, होर्डिग्स, डायरेक्ट मार्केटिंग व्यवसाय को बढ़ावा देने के कुछ पारम्परिक तरीके हैं। नई सहस़्त्राब्दी में व्यापार के प्रचार के लिए इंटरनेट सबसे शक्तिशाली माध्यम है क्योंकि अरबों लोगों तक इसकी पंहुच है और वे आपके उत्पादों और सेवाओं के बारे में संचार प्राप्त करने के लिए संभावित दर्शक हैं।
इस सम्मेलन में कुछ उच्च प्रोफाइल वक्ताओं जैसे श्री विकास सचदेवा, कंट्री हैड, स्टार टीवी नेटवर्क, श्री विवके पलाधी, क्षेत्रीय बिक्री प्रमुख पेटीएम, श्री अनिमेश पुरी, वरिष्ठ विकास प्रबंधक, अलीबाबा क्लाउड, श्री अतुल मोहन, एरिया सेल्स मैनेजर, नेस्ले इंडिया ने विभिन्न सत्रों में छात्राओं के साथ अपने बहुमूल्य विचार साझा किये।
अधिशासी निदेशक डाॅ0 विकास सिंह ने कहा कि 2009 के बाद भारत में इंटरनेट का उपयोग तेजी से बढ़ा है। यह स्पष्ट है कि इंटरनेट आपके उत्पादो के विज्ञापन और प्रचार के लिए प्रभावी माध्यम है। कुछ वर्षाे में स्मार्टफोन का उपयोग तेजी से बढा है जोकि उपभोक्ता के लिए बहुत ही उपयोगी उपकरण है जो इसके उपयोगों को बढ़ा रहा है इससे हमें एहसास होगा कि व्यवसायों के लिए डिजिटल मार्केटिंग महत्वपूर्ण है। डिजिटल मार्केटिंग तेजी से विकसित हो रहा है और नवाचार के लिए काफी गुजांइश है।
कार्यक्रम की संयोजक डाॅ0 पल्लवी ने बताया कि सम्मेलन में 100 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुत किये गये जिसमें सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र विजेताओं को सम्मानित किया गया तथा सभी पेपर प्रस्तुतकर्ताओं और प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिये गये।
इस सम्मेलन में एमबीए तथा सभी विभागों के प्रमुखों तथा शिक्षकों तथा 60 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया।