श्री धार्मिक रामलीला सेक्टर पाई रामलीला : नारद मोह लीला का मंचन देख दर्शक हुए निहाल
ग्रेटर नोएडा: शहर के सेक्टर पाई 1 स्थित रामलीला मैदान में श्री धार्मिक रामलीला कमेटी की द्वारा अपनी परंपरा के अनुसार गणेश पूजन के साथ शुरू किया गया . इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री हरिश्चन्द्र भाटी, के. पी कसाना और पुलिस उपाधीक्षक अमित किशोर श्रीवास्तव मौजूद रहे .
मीडिया प्रभारी चैनपाल प्रधान ने बताया की विधिवत तरीके से रामलीला का सुंदर मंचन और गीत संगीत से सजी रामलीला के मंच पर विश्वमोहिनी के रूप से मोहित देवऋषि नारद के मोह का मंचन किया गया। इसके पश्चात इंद्र के आसन हिलने और , विश्वमोहिनी पर नारद के रीझने का मंचन किया गया .
मंचन में दिखाया गया नारद मुनि हिमालय की गुफा में तपस्या कर रहे हैं । इस तपस्या से देवराज इन्द्र भयभीत हो उठे कि कहीं नारद अपने तप के बल से इन्द्रपुरी को अपने अधिकार में न ले लें। इंद्र ने कामदेव को नारद का तप भंग करने के लिए भेजा। मगर कामदेव, रंभा और अप्सराएं नारद का तप भंग करने में नाकाम रहे। हारकर कामदेव ने देवर्षि के चरणों में गिरकर क्षमा मांग ली।
विष्णु ने माया से सुंदर नगर रच डाला, जहां शीलनिधि राजा की पुत्री विश्वमोहिनी का स्वयंवर हो रहा था। नारद विश्वमोहिनी के सौंदर्य से मोहित होकर उसके स्वयंवर में जा पहुंचे। नारद ने हरि से उनका रूप पाने का वरदान मांगा था चुकि हरि मतलब बंदर भी होता है इसलिए नारद बंदर का रूप धारण कर स्वयंवर जा पहुंचे। स्वयंवर में विश्वमोहिनी ने नारद की नहीं बल्कि विष्णु के गले में माला डाली जिससे नारद गुस्से में वहां से चले गए और बाहर जाकर पानी में अपनी छाया देखी तब उन्हें बंदर के रूप में होने का अहसास हुआ। तब नारद ने विष्णुजी से कहा कि तुमने मेरे साथ छल किया है। इसलिए मैं तुम्हें तीन श्राप देता हूं। तुम मनुष्य के रूप में जन्म लोगे। दूसरा तुमने हमें स्त्री वियोग दिया, इसलिए तुम्हें भी स्त्री वियोग सहकर दुखी होना पड़ेगा और जिस तरह हमें बंदर का रूप दिया है, इसलिए बंदर ही तुम्हारी सहायता करेंगे।
रामलीला का मंचन जोधपुर के कलाकारों द्वारा सुशील गोस्वामी जी महाराज के कुशल निर्देशन में किया जा रहा है . इस मौके पर अध्यक्ष आनंद भाटी, राजकुमार नागर, शेरसिंह भाटी , अजय नागर, ममता तिवारी, महेश शर्मा, मीडिया प्रभारी चैनपाल प्रधान, धर्मेन्द्र भाटी, बालकिशन सफीपुर, जितेंद्र भाटी , धीरेन्द्र भाटी, सुशील नागर, पीपीएस नागर, विरेंद्र मिश्रा , रोशनी सिंह, अर्चना शर्मा , चित्रा गुप्ता, प्रदीप पंडित जीकई सदस्य मौजूद थे।